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युवा जैन धर्म संस्कृति संरक्षण संवर्धन के लिए संगठित होंः युवा परिषद् के राष्ट्रीय अधिवेशन तथा अवार्ड समर्पण समारोह का समापन 


दिगंबर जैन युवा परिषद् के 49 वें स्थापना दिवस पर अवार्ड समर्पण और राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को हुआ। इसमें देशभर के युवा पदाधिकारी और सदस्यों ने भाग लिया। उत्कृष्ट सेवाएं करने वाली संस्थाओं को पुरस्कार से नवाजा गया। अयोध्या में गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमति माताजी ससंघ, आर्यिकाश्री चंदनामति माताजी, पीठाधीश श्री रवींद्रकीर्ति स्वामी जी के मार्गदर्शन में यह आयोजन हुआ। पढ़िए अयोध्या से उदयभान जैन किन यह खबर…


अयोध्या। अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद् के 49 वें स्थापना दिवस पर अवार्ड समर्पण और राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को दोपहर 1 बजे शाश्वत तीर्थ अयोध्या में गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमति माताजी ससंघ, आर्यिकाश्री चंदनामति माताजी, पीठाधीश श्री रवींद्रकीर्ति स्वामी जी के मार्गदर्शन में आरंभ हुआ। युवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.जीवनप्रकाश जैन ने इसमें अध्यक्षता की भारतवर्षीय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जम्बूप्रसाद जैन, गाजियाबाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन, जयपुर ने बताया कि समारोह में विशिष्ट अतिथि तीर्थ क्षेत्र कमेटी उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष जवाहरलाल जैन, सिकंदराबाद, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के एक्सपर्ट पैनल डायरेक्टर प्रकाश जैन मोदी, भाटापाटा, समाजसेवी शरद कासलीवाल दिल्ली थे। राष्ट्रीय पदाधिकारी और अतिथियों ने दीप प्रज्वलन किया।

विजय जैन ने किया मंगलाचरण

कार्यक्रम का मंगलाचरण युवा परिषद के मुख्य संयोजक प्रतिष्ठाचार्य विजयकुमार जैन, हस्तिनापुर ने किया। जैन ने युवा परिषद की संगठात्मक स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि युवा परिषद का राष्ट्रीय समाचार पत्र ‘युवा परिषद बुलेटिन’ जयपुर से प्रकाशित होता है। उस बुलेटिन से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ें। मंगल गीत युवा परिषद प्रताप नगर संभाग शाखा के सदस्याओं ने प्रस्तुत किया।

 देव शास्त्र गुरु के प्रति समर्पित रहें

स्वागत उद््बोधन युवा परिषद् राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन ने प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, विभिन्न प्रांतों से उपस्थित पदाधिकारी और सदस्यों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि देव शास्त्र गुरु के प्रति समर्पित होकर युवा परिषद से जुड़ें।‌ मूल से चूल तक आशीर्वाद प्रदान करने वाली साध्वी गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमति माताजी, आर्यिकाश्री चंदना मति माताजी, पीठाधीश स्वास्ति श्री रवींद्र कीर्ति स्वामीजी का मार्ग दर्शन प्राप्त है। युवा डॉ.जीवनप्रकाश जैन का नेतृत्व मिला है तो देव शास्त्र गुरु के प्रति निष्ठा रखने वाले इस संस्था से जुड़ें।

सभी अतिथियों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने किया सम्मानित 

गणिनी प्रमुखश्री ज्ञानमति माताजी ने मंगल आशीर्वचन में कहा कि युवा वर्ग ‌सजातीय और खानपान की रक्षा करें। भारतीय संस्कृति और जैन धर्म के संरक्षण संवर्धन के लिए संगठित हों। जैन संस्कृति के नियम की पालना हो और वस्त्र वेशभूषा आदि भी मर्यादित पहनें। चंदनामति माताजी ने कहा कि माताजी ने जो आज प्रवचन में बोला उसकी पालन हो और युवा परिषद 50 वें स्वर्ण जयंती वर्ष धूमधाम से धर्म प्रभावना के साथ मनाई जाए। उन्होंने सभी को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।

 धर्म और संस्कृति के लिए एक हों

स्वामी जी‌ ने बताया कि युवा परिषद का 1977 में जन्म किस प्रकार हुआ और जन्म के अवसर पर स्वयं और पूज्य माताजी उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि युवाओं को धर्म का झंडा लेकर धर्म और संस्कृति के लिए एक होना चाहिए। तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जम्बूप्रकाश जैन गाजियाबाद, मुंबई के कमल कासलीवाल ने भी अपने विचार रखे।

युवा परिषद बुलेटिन का हुआ विमोचन 

इस अवसर पर कर्मयोगी स्वास्ति श्री रवींद्र कीर्ति स्वामी कर्मठ व्यक्तित्व पुरस्कार 2025 प्रथम बार कमल कासलीवाल मुंबई को प्रदान किया गया। इसमें 51 हजार रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र, शॉल, दुपट्टा, स्मृतिचिन्ह दिया गया। जितेंद्र सपना लुहाड़िया खंडवा मप्र के सौजन्य से यह पुरस्कार प्रदान किया गया। अवार्ड समर्पण के तहत आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस शाखा अवार्ड इंदौर जिला शाखा को प्रदान किया गया। इसमें 51 हजार रुपए प्रशस्तिपत्र आदि सुरेश जैन, कुलाधिपति तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद के सौजन्य से दिए गए। एक्सीलेंस परफॉर्मेंस शाखा अवार्ड राजस्थान की ऋषभदेव शाखा को 31हजार रुपए दिए गए। यह पुरस्कार आनंदप्रकाश मदन कुमार जैन, दिल्ली के सौजन्य से दिया गया। बेस्ट परफॉर्मेंस शाखा अवार्ड बुंदेलखंड प्रांतीय शाखा को 21 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र आदि विकास जैन वैशाली, गाजियाबाद के सौजन्य से दिया गया। प्रकाश जैन मोदी भाटाभाटा ने भी विचार रखे।

भगवान ऋषभदेव की शिक्षाएं जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान

अध्यक्षीय उद््बोधन डॉ.जीवनप्रकाश जैन ने कहा कि आज युवा परिषद् की राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड, महाराष्ट्र,उत्तरप्रदेश आदि प्रांतों के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह और अधिक धूमधाम से मनाया जाना है। उन्होंने भगवान ऋषभदेव की शिक्षाएं जन-जन तक पहुंचाने देव शास्त्र गुरु के प्रति निष्ठा से काम करने माताजी का जो चिंतन है, उसको अक्षरशः से पालन करने का आह्वान किया। आगामी वर्ष स्वर्ण जयंती के लिए और अधिक से अधिक सक्रिय सदस्य एवं शाखाएं अपने-अपने क्षेत्र में धार्मिक कार्य जरूर करें। नौकरी के स्थान पर व्यापार करें। संचालन बिजेंद्र जैन दिल्ली ने किया। प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान दिलीप जैन ने सभी का आभार माना। उन्होंने बताया कि प्रतापनगर, मानसरोवर, कामां, ऋषभदेव, खैरवाड़ा, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, उदयपुर आदि स्थानों से आए सदस्य आसैर समाज बंधु आए।

भगवान ऋषभदेव जयंती पर अवकाश रखने का प्रस्ताव 

शाम के सत्र में युवा परिषद् की शाखाओं की प्रगति का अवलोकन एवं उनके कार्यों का मंथन किया गया। 50 वें स्वर्ण जयंती समारोह पर युवा परिषद ग्रंथ प्रकाशन करने और प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जयंती के अवसर पर देश में सार्वजनिक अवकाश रखने का प्रस्ताव पारित किया गया।

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