नई दिल्ली । जैन धर्म के सबसे बड़े तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को बचाने के लिए विश्व जैन संगठन के आह्वाहन पर चल रहे देशव्यापी आंदोलन के अतर्गत आज जैन तीर्थरक्षकों ने जैन मंदिर जी, ऋषभ विहार, दिल्ली में आमरण अनशन शुरू कर दिया ।
आमरण अनशन पर संगठन के अध्यक्ष संजय जैन बैठ गए हैं । उनका समर्थन देने के लिए जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में आमरण अनशन में शामिल हो रहे हैं । अनशन पर बैठे लोग नारा लगा रहे थे कि ‘चाहे जान चली जाय पर श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल नहीं बनने देंगे।’
जैन समाज के कई व्यक्ति क्रमिक अनशन पर भी बैठे
आमरण अनशन पर बैठे संजय जैन ने बताया कि आमरण अनशन पर झारखंड स्थित श्री सम्मेद शिखर जी की स्वतंत्र पहचान, पवित्रता और संरक्षण को बनाये रखने के लिए बैठे हैं ।
उन्होंने कहा कि आमरण अनशन पर संगठन की महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका रुचि जैन और अनेकों जैन समाज के लोग क्रमिक अनशन बैठे है और अनेकों जैन संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित हैं ।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार श्री सम्मेद शिखर जी की पहचान और पवित्रता समाप्त करना चाहती है और वह इसे पर्यटक स्थल बनाने पर तुली हुई है, जो जैन समाज के साथ क्रूर मजाक है ।
यह स्थल विश्व भर के जैन समाज के लोगों का पावन तीर्थ स्थल है। यह हमारी आत्मा हैं और अपनी आत्मा की पवित्रता हम जीते जी किसी भी कीमत पर कम नहीं होने देंगे।
बांसवाड़ा के 61 गांवों में एक दिन का अनशन होगा
देश में अनेकों शहरों सहित बांसवाड़ा के 61 गांव ने अपना समर्थन देते हुए एक-एक दिन अनशन / आंदोलन करने की घोषणा की है ।
आंदोलन में ये लोग हैं शामिल
इस मौके पर संगठन के संरक्षक राजेश जैन, उपाध्यक्ष यश जैन, कैशियर अरविंद जैन, मनीष जैन, राजीव जैन और ऋषभ विहार मंदिर के पदाधिकारी सुनील जैन, विजय जैन, विपुल जैन, विश्वास नगर से महेश जैन, अरविन्द जैन और महिला प्रकोष्ठ की महिलाओं समेत बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य लोग शामिल हुए ।
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