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भोपाल में स्थापित होगा विद्यासागर शोध संस्थान : संस्थान के पदाधिकारियों की नियुक्ति की 


आचार्यश्री विद्यासागर शोध संस्थान भोपाल में स्थापित करने का फैसला किया है। इसका विधिवत पंजीयन हो गया है। आचार्यश्री के व्यक्तित्व पर लगातार शोध के लिए संस्थान भवन का निर्माण करने जा रहा है।-शोध कार्य में संस्थान की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। भोपाल से मनोज जैन नायक की पढ़िए यह खबर…


भोपाल। आचार्यश्री विद्यासागर शोध संस्थान स्थापित करने का फैसला किया गया है। इसका विधिवत पंजीयन हो गया है। पत्रकार रवींद्र जैन भोपाल ने बताया कि संस्थान के अध्यक्ष मनोहरलाल टोंग्या, उपाध्यक्ष नरेन्द्र जैन वंदना, सचिव रवीन्द्र जैन पत्रकार व कोषाध्यक्ष पदमकुमार सेठी को बनाया गया है। नेमीचन्द जैन नेहरु नगर संस्थान के सह सचिव होंगे। प्रदीप जैन नंदा और वंश जैन वंदना सदस्य बनाए गए हैं। संस्थान की औपचारिक शुरुआत गुरुवार को महावीर जयंती के अवसर पर मुनिश्री प्रमाणसागर जी महाराज और मुनिश्री विमलसागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में सुबह 8.45 बजे श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर प्रोफेसर काॅलोनी में अभिषेक और शांतिधारा के साथ होगी।

20 हजार वर्ग फीट भूमि देने की घोषणा

आचार्यश्री के व्यक्तित्व पर लगातार शोध के लिए संस्थान एक भवन का निर्माण करने जा रहा है। इस भवन के लिए नरेन्द्र जैन वंदना परिवार ने 20 हजार वर्ग फीट भूमि परवलिया सड़क पर जय जिनेंद्र फार्म्स में देने की घोषणा की है। इस परिसर में संस्थान भवन के अलावा भोपाल में पहला देव शास्त्र गुरु मंदिर बनाने की भी योजना है।

51 हजार रुपए की राशि दी जाएगी

संस्थान के अध्यक्ष मनोहरलाल टोंग्या ने घोषणा की है कि 1 अप्रैल के बाद देशभर में कोई भी व्यक्ति यदि आचार्यश्री के व्यक्तित्व या कृतित्व पर पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराता है तो उन्हें शोध प्रबंधन में सहयोग के रूप में तत्काल 51 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इसके शोध कार्य में संस्थान की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। संस्थान आचार्यश्री के जीवन प्रसंगों को सहेजने और उन पर निरंतर शोध को प्रोत्साहित करेगा।

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