वर्णी संस्थान विकास सभा के तत्वावधान में गुरुकुल और पाठशालाओं के प्रचार-प्रसार के लिए वर्णी ज्ञान प्रभावना यात्रा निकाली गई। इस दौरान संगोष्ठी, स्मारिका विमोचन, शपथ ग्रहण आदि के समारोह हुए। सागर, टीकमगढ़, ललितपुर, छतरपुर, दमोह के 30 स्थानों पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। सागर से पढ़िए मनीष जैन विद्यार्थी की यह खबर…
सागर। वर्णी संस्थान विकास सभा के तत्वावधान में गुरुकुल और पाठशालाओं के प्रचार-प्रसार के लिए वर्णी ज्ञान प्रभावना यात्रा निकाली गई। इस दौराना संगोष्ठी, स्मारिका विमोचन, शपथ ग्रहण आदि के समारोह हुए। बुंदेलखंड के जैन संतश्री गणेशप्रसाद वर्णी, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में देश में 100 से ज्यादा स्थान पर गुरुकुलों, महाविद्यालय स्थापना की। वर्णी ज्ञान प्रभावना का उद्देश्य उनके कार्यों को पुनः जीवंत करने के लिए वर्णी संस्थान विकास सभा के तत्वावधान में दो दिवसीय यात्रा का शुभारंभ नवीन तीर्थ क्षेत्र तपोवन बहेरिया में आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज के मंगल सान्निध्य में हुआ।
आचार्य श्री ने सभी को आशीर्वाद दिया एवं वर्णी जी के कार्यों को जीवंत करने वाली युगद्रष्टा स्मारिका का विमोचन किया। यात्रा तपोवन तीर्थ बहेरिया से श्री दिगंबर जैन तीर्थ पजनारी, पाटन, पिडहुवा, मदनपुर, वर्णी ग्राम हंसेरा, वर्णी नगर मड़ावरा पहुंची। यहां पर पंडित देवेंद्र जैन, विनोद जैन, डीके सराफ, अभिनंदन जैन ने सभी का स्वागत सत्कार किया। मड़ावरा से यात्रा श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र कारीटोरन, जहां पं. महेश शास्त्री, डॉ. विजय जैन, डॉ. श्रेयांश जैन क्षेत्र कमेटी की ओर से आयोजित आरती कार्यक्रम में सभी ने भाग लिया और यात्रा का स्वागत किया गया। यात्रा का रात्रि विश्राम प्रैतिहासिक क्षेत्र नवागढ़ उप्र में हुआ।
यात्रा का विभिन्न स्थानों पर हुआ स्वागत
सुबह पूजन विधान एवं महामस्तकाभिषेक एवं दोपहर 1 बजे से वर्णी संस्थान विकास सभा का शपथ ग्रहण, संगोष्ठी, स्मारिका का विमोचन एवं मां चिरौंजा बाई महिला विकास सभा का गठन किया गया। जिसमें सरिता जैन अध्यक्ष एवं रश्मि जैन को महामंत्री नियुक्त किया गया। नवागढ़ क्षेत्र के निर्देशक ब्र. जयकुमार निशांत ने सभी को शपद ग्रहण कराई। क्षेत्र के महामंत्री वीरचंद जैन नैकोरा, अशोक जैन मेनवार, सुरेंद्र जैन सोजना, इंद्रकुमार जैन आदि क्षेत्र कमेटी ने सभी उपस्थित वर्णी विकास सभा के पदाधिकारी का सम्मान किया। वहां से यात्रा श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र बड़ागांव, पार्श्वगिरी भगवां, श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र द्रोणगिरी, उदासीन आश्रम जहां पर सभी का स्वागत सत्कार किया गया। श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर पारस विहार कॉलोनी शाहगढ़ में सामूहिक आरती, पाठशाला के बच्चों ने विचार प्रस्तुत किए गए एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। विद्वानों ने अपने विचार रखे और सभी विद्वानों का सम्मान मंदिर समिति द्वारा स्वागत किया गया और यात्रा का समापन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
पांच हजार लोगों तक पहुंचाया संदेश
महामंत्री कैलाश जैन टीला ने बताया कि वर्णी ज्ञान प्रभावना यात्रा का उद्देश्य पश्चिम संस्कृति में लिप्त होती भारतीय संस्कृति को, पुनः जीवंत करना है ।बुंदेलखंड के पांच जिले के 30 स्थानों पर यह यात्रा पहुंच कर लगभग पांच हजार लोगों को संदेश पहुंचाने का काम किया। मुख्य संयोजक चंद्रेश शास्त्री भोपाल द्वारा संयोजित युगद्रष्टा स्मारिका, जिसमें पूज्य वर्णी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की जानकारी दी गई। वर्णी जी के लिए समर्पित स्मारिका को सभी स्थानों पर विमोचन कर उनके द्वारा किए गए कामों की जानकारी दी गई। आयोजन में अधिष्ठाता पं. जीवंधर शास्त्री जबलपुर, अध्यक्ष डॉ. हरिश्चंद्र जैन, महामंत्री कैलाश चंद जैन टीला, कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन सागोनी, दीपचंद जैन शास्त्री पं. विजय कुमार शास्त्री, उत्तमचंद जैन, सुरेश जैन परसोरिया, कडोरीलाल जैन, सनत जैन वंडा, कमलेश जैन, यात्रा संयोजक द्वय राजकुमार जैन कर्द, मनीष विद्यार्थी, अनिल शास्त्री भोपाल अरविंद जैन आदि मौजूद रहे।
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