ऋषभदेव नगर में आयोजित 10 दिवसीय भगवान ऋषभ कथा का महोत्सव महा अर्चना विधान के साथ गुरुदेव आचार्य पुलक सागर जी महाराज के सानिध्य में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आज समाज के सदस्यों द्वारा ऋषभ कथा ग्रंथ गुरुदेव को भेंट किया गया। इससे पूर्व, पुलक मंच के सदस्यों ने माता पद्मावती को वस्त्र अर्पित किए और प्रसाद वितरित किया। पढ़िए सचिन गंगावत की रिपोर्ट…
खेरवाड़ा। ऋषभदेव नगर में आयोजित 10 दिवसीय भगवान ऋषभ कथा का महोत्सव महा अर्चना विधान के साथ गुरुदेव आचार्य पुलक सागर जी महाराज के सानिध्य में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आज समाज के सदस्यों द्वारा ऋषभ कथा ग्रंथ गुरुदेव को भेंट किया गया। इससे पूर्व, पुलक मंच के सदस्यों ने माता पद्मावती को वस्त्र अर्पित किए और प्रसाद वितरित किया। विधानाचार्य पंडित सुधीर मार्तंड के निर्देशन में चल रहे विधान के तहत भगवान का जन्म कल्याण महोत्सव मनाया गया। जन्म के समय धनपति कुबेर द्वारा रत्नों की वर्षा की गई।
भगवान के माता-पिता के परिवार द्वारा महा प्रसाद के रूप में लड्डू वितरित किए गए। सौधर्म इंद्र ने तीर्थंकर बालक को सुमेरू पर्वत पर गाजे-बाजे के साथ ले जाकर 1008 कलशों से जन्माभिषेक किया। सांयकाल में गुरुदेव द्वारा कथा वाचन हुआ। आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान के माता-पिता को भगवान सोपना, सोधर्म इंद्र द्वारा आनंद नृत्य, पालना और बाल क्रीड़ा का प्रदर्शन किया गया। बालक तीर्थंकर ऋषभदेव का जन्म हुआ, और सौधर्म इंद्र एवं शचि इंद्राणी ने पहली बार तीर्थंकर बालक के दर्शन कर पूरे संसार को जगत पूज्य के दर्शन कराने का सुंदर प्रस्तुति दी। समाज के अध्यक्ष एवं महान शिक्षाविद भूपेंद्र कुमार जैन ने बताया कि सौधर्म इंद्र भगवान बालक ऋषभदेव को बग्गी में बैठाकर गाजे-बाजे के साथ पूरे नगर का भ्रमण कर सुमेरू पर्वत के पांडूक शीला पर ले गए, जहां पर जन्माभिषेक किया गया। इस मौके पर भगवान के जन्मोत्सव पर माता-पिता लीला देवी और रमेश चंद्र कोठारी ने प्रजा जन में मिठाइयां वितरित कीं।
इस अवसर पर परसोला अहमदाबाद खेरवाड़ा के भक्त समाज के नगर सेठ राजमल कोठारी, अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार जैन, महामंत्री प्रदीप कुमार जैन, उपाध्यक्ष धनपाल भंवरा, धर्म मंत्री मुकेश, निर्माण मंत्री नरेंद्र कुमार, सह मंत्री हेमंत भंवरा, गुरुकुल ट्रस्ट के महामंत्री सुंदर लाल भाणावत, श्रेष्ठी श्री जीवनधर कुमार झमकलाल किकावत, विनोद शाह, पूर्व अध्यक्ष सुरेश कोठारी, पुलक मंच के राकेश वानावत, भानु गणोदिया, सुमेश मधु वानावत, राष्ट्रीय कवि बलवंत बल्लू, मुकेश भाणावत, रमेश पंचोली सहित कई समाजजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर भारत गौरव आचार्य पुलक सागर जी के आशीर्वाद से नरेंद्र किकावत के दस उपवास के उपलक्ष्य में गुरुकुल जिनालय में चांदी का कलश भेंट किया गया।
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