सर्वतो भद्र विधान के पांचवें दिन बुधवार को आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर भगवान महावीर समवरशण मंदिर में विशेष शांति धारा की गई। उसके बाद पंडाल में परम पूज्य पवित्रमति माताजी, करनमति माताजी, गरिमा मति माताजी, ब्रह्मचारी अनिल भैया, विधानाचार्य रमेश चंद्र गांधी के सानिध्य में समवशरण में विराजमान प्रतिमाओं का जलाभिषेक किया गया। पढ़िए एक रिपोर्ट…
नौगामा। कस्बे में चले रहे दस दिवसीय सर्वतो भद्र विधान के पांचवे दिन मंत्रोच्चार के साथ पश्चिमी घातक खंडदीप संबंधी ऐरावत क्षेत्र की त्रिकाल पूजन के अर्घ्य चढ़ाए। श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाए। प्रवक्ता सुरेश गांधी ने बताया कि सर्वतो भद्र विधान के पांचवें दिन बुधवार को आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर भगवान महावीर समवरशण मंदिर में विशेष शांति धारा की गई। उसके बाद पंडाल में परम पूज्य पवित्रमति माताजी, करनमति माताजी, गरिमा मति माताजी, ब्रह्मचारी अनिल भैया, विधानाचार्य रमेश चंद्र गांधी के सानिध्य में समवशरण में विराजमान प्रतिमाओं का जलाभिषेक किया गया। जिसका प्रथम सौभाग्य पंचोरी मनीष केसरीमल कुबेर इंद्र राजेश के परिवार को प्राप्त हुआ।
सौधर्म इंद्र भरत चक्रवर्ती, कुबेर इंद्र ईशान इंद्र, यज्ञ नायक द्वारा अभिषेक करने के बाद सर्वतो भद्र विधान की पूजन की गई। पूजन में गीतकार राजेश जैन के मधुर स्वर लहरों के साथ वाद्य यंत्रों की मधुर स्वर् लहरों के साथ बारी-बारी से अर्घ्य चढ़ाए गए। इस अवसर पर सेनावासा, परतापुर, बांसवाड़ा, घाटोल, बागीदौरा से आए हुए समाजजनों ने माताजी को आगमन के लिए श्रीफल भेंट किया। चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष नीलेश जैन, राजेंद्र गांधी, भरत पंचोली, सुभाष नानावटी, राजेश पिंडरमियां, कैलाश पिंडरमियां द्वारा अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया।
चातुर्मास का अतिशय है कि चारों ओर सुख शांति है – आर्यिका माताजी
दोपहर में आर्यिका संघ के सानिध्य में मंदिर में नंदीश्वर विधान पूजन कर अर्घ्य चढ़ाए। इस अवसर पर माताजी ने अपने प्रवचन में कहा कि सर्वतोभद्र विधान में नौगामा नगर के सभी धर्म प्रेमी बंधु बड़े भक्तिभाव, समर्पण भाव से भक्ति कर रहे हैं। यह भक्ति उनकी संस्कारों की की देन है। माताजी ने कहा कि चातुर्मास का अतिशय है कि चारों ओर सुख शांति है। शाम को महाआरती करने का सौभाग्य पिंडारमिया नरेंद्र कुमार नथमल के परिवार को प्राप्त हुआ। आरती उतारने के लिए लोग घर से आरती के थाल सजाकर लाए। घोड़े, बग्घी, बैंड बाजों के साथ विशाल शोभायात्रा भ्रमण करती हुई पंडाल पहुंची जहां पर बड़े भक्तिभाव से भगवान की आरती की गई।
15 नवंबर शुक्रवार को निकलेगी दिग्विजय यात्रा
आर्यिका संघ को श्रीफल भेंट कर नौगामा नगर के श्रद्धालुओं ने 64 रिद्धि व्रत, तत्वार्थ सूत्र व्रत, जिन सहस्त्र के नियम लिए आशीर्वाद लिया। चातुर्मास समिति अध्यक्ष नीलेश जैन ने बताया कि 15 नवंबर शुक्रवार को दिग्विजय यात्रा का कार्यक्रम रखा गया है। पूरे गांव में मुख्य मार्गों से विशाल शोभायात्रा बैंड-बाजों के साथ घोड़ा, बग्घी, मोटरसाइकिल पर जैन धर्म की धर्म ध्वजा के साथ नगर भ्रमण के लिए निकलेगी। जिसकी तैयारियों को लेकर युवाओं को दायित्व दिया गया है।
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