कई जन्मों के पुण्य से भारत जैसे धार्मिक देश में जन्म मिला
ललितपुर.राजीव सिंघई। श्री अभिनंदनोदय तीर्थ क्षेत्र क्षेत्रपाल मंदिर, ललितपुर में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि सुधासागर महाराज ने कहा है कि जीवन में धर्म ने स्वतंत्रता- स्वछंदता पर लगाम लगाने का काम किया है ताकि संसार में अर्धम न फैले। कानून पालन का दूसरा नाम ही धर्म है। धर्म सन्मार्ग दिखाता है और प्रकृति सिर्फ मार्ग दिखाती है। वह अच्छे- बुरे का निर्धारण नहीं करती। अच्छे- बुरे का ज्ञान आपका धर्म करता है। भेद करने की अनुमति सिर्फ धर्म को है। जिस कार्य को करते समय मां- बाप, गुरु, कानून, राष्ट्र का डर लगे तो समझ लेना आपके अंदर धर्म जिन्दा है। तुम्हें जिस कार्य को करते समय डर लग रहा है तो समझ लेना कि इसमें धर्म ने पाबंदी लगाई है और यह कार्य नहीं करना चाहिए।
मुनि श्री ने आग्रह करते हुए यह भी कहा कि जीवन में धर्म द्वारा बनाये गये कानून से खिलवाड़ नहीं करना और न ही कहना कि हमें कानून से डर नहीं। जिसने कानून को तोड़ा, वह राष्ट्रद्रोही है। उसे महान भारत देश में रहने का अधिकार नहीं है। इसके अभिश्राप से बचो। कई जन्मों के पुण्य से भारत जैसे देश में जन्म मिला है। अपने कुकृत्यों के कारण इससे वंचित रह जाओगे और भारत में जन्म लेने के लिए तरस जाओगे।
शनिवार को प्रातःकाल मूलनायक अभिनंदनोदय अतिशय तीर्थ पर मूलनायक अभिनंदननाथ भगवान का अभिषेक भक्तजनों ने किया। इसके उपरान्त मुनि सुधासागर महाराज के मुखारविन्द शान्तिधारा सोनीदेवी कुन्तीलाल, सुनीता नरेश गांधीधाम नसीराबाद एवं अशोक पुष्पा पांडया एवं कुशलचंद सौरभ विक्की आनन्द जैन एडवोकेट परिवार द्वारा हुई। तदुपरान्त धर्मसभा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चित्र के अनावरण के साथ श्रेष्ठीजनों ने किया। महिला मण्डल ने मुनि श्री को
शास्त्र भेंट का पुर्ण्याजन किया। धर्मसभा का संचालन महामंत्री डा.अक्षय टडैया ने किया।
सायंकाल जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम में जैन पंचायत अध्यक्ष अनिल अंचल, पं. आलोक जैन एवं श्रेष्ठियों द्वारा आईआईटी परीक्षा में 667वीं रैंक आने पर जैन समाज के पूर्व मंत्री कीर्तिशेष ज्ञानचंद अलया के नाती एवं पत्रकार अक्षय अलया के पुत्र अक्षत अलया द्वारा मुनि श्री को श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इसके उपरान्त गुरु भक्ति एवं संगीतमय आरती पुर्ण्याजक परिवार के साथ श्रद्धालु कर लाभान्वित हो रहे हैं।
शनिवार को निर्यापक मुनि श्री सुधासागर महाराज को आहारदान का सौभाग्य वीरेन्द्र कुमार अमित कुमार चिगलौआ परिवार एवं मुनि पूज्य सागर महाराज को आहारदान ब्रह्मचारी अमित भैया जयपुर राजेन्द्र दीपक धौर्रा परिवार, एलक धैर्यसागर महाराज को आहारदान डा. महेन्द्र कमार डा. शशांक थनवारा परिवार एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज को आहारदान श्रीमती अनीता सौरभ सहेली परिवार को मिला। प्रतिदिन हो रहे कार्यक्रमों में ब्रह्मचारी भैया मनोज भैया, अन्नू भैया,अंकित भैया, हिम्मू भैया के अलावा ब्रह्मचारिणी बहनें सीमा दीदी, मीना दीदी, सनीता दीदी, नीता दीदी, साविता दीदी, रिया दीदी, श्रद्धा दीदी,नीलू दीदी, अनीता दीदी, किरन दीदी, मंजू दीदी आदि का विशेष योगदान मिल रहा है।
मंदिर प्रबंधक राजेन्द्र जैन थनवारा, मोदी पंकज जैन, मुकेश सराफ, मनोज बबीना, आनंद जैन अमित गारमेंट, संजीव जैन ममता, संजय मोदी, जिनेन्द्र जैन डिस्को, अक्षय अलया, सत्येन्द्र जैन गदयाना, विजय जैन काफी, कपूरचंद लागौन, भगवानदास कैलगुवा, सतीश नजा, संजीव सौरया, जिनेन्द्र जैन रजपुरा, अभय जैन, राजकुमार खिरिया, जितेन्द्र जैन राजू, अजित जैन गदयाना, ज्ञानचंद इमलिया, शीलचंद अनौरा, अखिलेश गदयाना, महेन्द्र जैन मयूर, सनत जैन खजुरिया, अशोक दैलवारा, कैप्टन राजकुमार जैन आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे।आज आतिश श्रेंत्र बंधा जी से अतिशय क्षेत्र अभिनंदनोदय के लिए सैकड़ों नवयुवकों की पदयात्रा का आगमन हो रहा है। वे लोग यहां आकर मुनि पुंगव सुधासागर महाराज से आशीर्वाद लेंगे।