समाचार

अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज का रहेगा सानिध्य : 19 नवंबर से 28 नवंबर तक श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति के लिए महायज्ञ का आयोजन


अंजनी नगर स्थित पार्श्व संत सदन भवन, श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आचार्य श्री अभिनंदन सागर महाराज जी दीक्षित, आचार्य श्री वर्धमान सागर महाराज से शिक्षित अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एवं क्षुल्लक श्री अनुश्रमण सागर जी महाराज के सानिध्य में रविवार 19 नवंबर से 28 नवंबर तक श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति के लिए महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। पढ़िए यह विशेष रिपोर्ट…


 

इंदौर।  अंजनी नगर स्थित पार्श्व संत सदन भवन, श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आचार्य श्री अभिनंदन सागर महाराज जी दीक्षित, आचार्य श्री वर्धमान सागर महाराज से शिक्षित अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एवं क्षुल्लक श्री अनुश्रमण सागर जी महाराज के सानिध्य में रविवार 19 नवंबर से 28 नवंबर तक श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति के लिए महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। विधानाचार्य पंडित योगेंद्र काला होंगे।

प्रतिदिन होंगे मुनि श्री के प्रवचन

कार्यक्रम की श्रृंखला के तहत 19 नवंबर को प्रातः 6.45 बजे गुरु आज्ञा, मंगलाष्टक, शांतिधारा, घटयात्रा, ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलन, सकलीकरण, मंडल शुद्धि के कार्यक्रम होंगे। इसके बाद प्रातः 9 बजे मुनि श्री के मंगल प्रवचन और शाम सात बजे आरती एवं प्रवचन होंगे। इसके बाद 20 से 27 नवंबर तक प्रातः 5.45 बजे मंगलाष्टक, अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा एवं विधान होगा। प्रातः 9 बजे मुनि श्री के मंगल प्रवचन और शाम सात बजे आरती एवं प्रवचन होंगे। विधान के अंत में 28 नवंबर को प्रातः 5.45 बजे अभिषेक, शांतिधारा, पूजन हवन एवं समापन होगा। इसके बाद मुनि श्री के प्रवचन होंगे।

इन्हें प्राप्त होगा सौभाग्य

कार्यक्रम के आयोजक श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के ऋषभ पाटनी, चंद्र कुमार गोधा, नितिन पाटोदी ने बताया कि कार्यक्रम में ध्वजारोहणकर्ता देवेंद्र-अर्चना सोगानी परिवार, दीपप्रज्वलनकर्ता ऋषभ-रीता पाटनी परिवार होंगे। श्रीपाल मैना सुंदरी बनने का सौभाग्य आनंद-दर्शना जैन को, सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य विकास-वर्षा जैन को, कुबेर इंद्र बनने का सौभाग्य मंजु-राकेश जैन को, महायज्ञ नायक बनने का सौभाग्य विमलचंद-लीलावती बड़जात्या को, यज्ञ नायक बनने का सौभाग्य अशोक-कुमुद बक्षी को, ईशान इंद्र बनने का सौभाग्य हर्ष-अनु पाटनी को, सानत इंद्र बनने का सौभाग्य अशोक-संगीता जैन को, माहेंद्र इंद्र बनने का सौभाग्य सुरेश-अनिता जैन को प्राप्त होगा। द्रव्य प्रदाता हेमंत-अनिता गदिया और श्रीफल प्रदाता प्रवीण-कल्पना रामावत, राजेश-स्वाति जैन, सुशीलाबाई स्वास्तिक, राजेंद्र-कविता जैन, निलेश-ममता जैन, सुरेश-निर्मला गंगवाल, कमल-रेखा पाटनी, अनिल-ऊषा पांडया, बाबूलाल-जशकुवर मिंडा होंगे।

आप को यह कंटेंट कैसा लगा अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
+1
3
+1
2
+1
0
× श्रीफल ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें