पट्टाचार्य श्रमण संस्कृति उन्नायक शताब्दी देशना चार्य चर्या शिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के अध्यात्म तेज के साथ, श्रुतसंवेगी यतिरत्न मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के दिव्य अलौकिक सानिध्य में शैक्षणिक एवं नगरी कोटा के उपनगर रिद्धि सिद्धि नगर, कुन्हाड़ी में एक ऐतिहासिक भव्य आयोजन होने जा रहा है। पढ़िए राजेश जैन दद्दू की रिपोर्ट…
कोटा। पट्टाचार्य श्रमण संस्कृति उन्नायक शताब्दी देशना चार्य चर्या शिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के अध्यात्म तेज के साथ, श्रुतसंवेगी यतिरत्न मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के दिव्य अलौकिक सानिध्य में शैक्षणिक एवं नगरी कोटा के उपनगर रिद्धि सिद्धि नगर, कुन्हाड़ी में एक ऐतिहासिक भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस जिनबिम्ब पंचकल्याणक महोत्सव में लगभग 250 से अधिक जिनबिम्बों की पंचकल्याण प्रतिष्ठा होगी। यह दिव्य आयोजन 9 नवंबर 2024 (शनिवार) से 14 नवंबर 2024 (गुरुवार) तक चलेगा।
इस आयोजन में राजस्थान की धारा में सबसे ऊंची स्फटिक मणि से निर्मित चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान की त्रिभुवन मोहिनी प्रतिमा के दर्शन के लिए धर्म प्रेमी बंधु देश-विदेश से पधार रहे हैं। यह अद्भुत क्षण होगा जब प्रस्तर की प्रतिमा में श्रमण संघ सूरी मुनि श्री आदित्य सागर जी मंत्र देंगे। कार्यक्रम के आयोजक अध्यात्म विशुद्ध ज्ञान वर्षा योग समिति, कोटा, निवेदक श्री चंद्र प्रभ दिग जैन मंदिर समिति एवं सकल जैन समाज रिद्धि सिद्धि नगर, कोटा और सकल दिगंबर जैन समाज, कोटा, राजस्थान हैं।
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