कण-कण पर सम्मेद शिखर के, है अधिकार हमारा
इंदौर (राजेश जैन दद्दू)। देशव्यापी श्री सम्मेद शिखर बचाओ आंदोलन संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान नई दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में
आगामी 11 दिसंबर से शुरू किया जाएगा। इस दौरान शास्वत तीर्थराज की पवित्रता, संरक्षण व स्वतंत्र पहचान के लिए, पेड़ों का अवैध कटान रोकने
पत्थरों का अवैध खनन रोकने, महुआ के लिए प्रतिवर्ष वन क्षेत्र में लगाए जाने वाली आग रोकने, यात्री पंजीकरण, स्कैनर व सीआरपीएफ सहित सामान जांच हेतु दो चेकपोस्ट बनाने की मांग की जाएगी। यह आंदोलन बिना जैन समाज की सहमति लिए झारखण्ड सरकार की अनुसंशा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा 2 अगस्त 2019 को जारी गजट रद्द कराने, पारसनाथ पर्वतराज व मधुबन को मांस-मदिरा मुक्त पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित कराने, पर्वतराज को वन्य जीव अभयारण्य, जोनल पर्यटन प्लान, धार्मिक पर्यटन, पर्वतारोहण व पर्यावरण पर्यटन की सूची से बाहर करवाने के लिए, वंदना मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए किया जा रहा है।
दिगंबर जैन समाज सामाजिक सांसद, इंदौर के मंत्री डॉ. जैनेन्द्र जैन ने भी समाज के इस आंदोलन के लिए समग्र जैन समाज से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाएं।