सारांश
अयोध्यापुरी में शाही पंचकल्याणक में निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने उपस्थित इन्द्र-इन्द्राणियों के समूह को जागृत किया कि अपनी कोख को पवित्र बनाओ, जिससे धर्म और संस्कृति की रक्षा हो सके। इस अवसर पर कई कार्यक्रम हुए। पढ़िए राजीव सिंघई की विस्तृत रिपोर्ट…
ललितपुर। निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने गर्भपात को महापाप बताते हुए कहा कि अपनी भावनाएं पवित्र रखो। गर्भपात में पेट को बूचड़खाना बनाकर असहाय जीव को मार दिया जाता है, इसके महापाप से बचो। तीर्थंकर भगवान के गर्भ में आते ही तीन लोक में खुशियां छा गई थी, वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके गर्भ में आते ही दुखी हो जाते हैं और गर्भपात जैसा महापाप करते हैं और जन्म से पहले ही नवजात को मार दिया जाता है। मां बनना कोई साधारण बात नही, गर्भपात के परिणाम नहीं आना चाहिए। मुनि श्री ने कहा कि गर्भपात जैसे जघन्य अपराध करने से कई जन्मों तक भटकना पडता है। गर्भपात के कुकृत्य पर शंखनाद करते हुए मुनि श्री ने पंचकल्याणक के गर्भकल्याण में उपस्थित इन्द्र-इन्द्राणियों के समूह को जागृत किया कि अपनी कोख को पवित्र बनाओ, जिससे धर्म और संस्कृति की रक्षा हो सके।
अहंकार विनाश का कारण
शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में गर्भकल्याणक पर मुनि श्री सुधासागर महाराज ने अहंकार को विनाश का कारण बताते हुए कहा कि कभी अपने धन और प्रतिष्ठा पर अहंकार नहीं करना। धन और दान की श्रेष्ठता पर उन्होंने कहा कि धन वैभव अपने पुण्य से मिलता है। उसको दान में लगाने के बाद धर्म क्षेत्र में श्रेष्ठता पाई तो कई भवों को सुधारता है और वहीं सब कुछ करने के बाद अहंकार करना पतन का कारण होता है। इसके पूर्व प्रातःकाल प्रभु अभिषेक शान्तिधारा पुण्यार्जजक परिवारों द्वारा की गई। मुनि श्री के पादप्रक्षालन का पुण्यार्जन डॉ. अक्षय टडैया, आकाश जैन भारत गैस, स्वतंत्र मोदी, संजीव जैन सीए, अशोक दैलवारा, राजेन्द्र जैन थनवारा को मिला। तदुपरान्त गर्भकल्याणक की पूजा उपस्थित हजारों की संख्या में इद्र इन्द्राणियों ने की। प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रमुख पात्र सौधर्म इन्द्र सुमन-स्वतंत्र मोदी नाराहट, धनपति कुबेर सुधा जैन-अशोक जैन दैलवारा, महायज्ञ नायक- रचना संजीव जैन सीए, शिरोमणि श्रावक श्रेष्ठी महेन्द्र कुमार सराफ, विधि यज्ञनायक- प्रभात कुमार सराफ, भरत चक्रवर्ती -रवीन्द्र अलया, बाहुबली – संजीव कुमार ममता स्पोर्ट, ईशान इन्द्र – विनय कुमार जैन मडावरा, सनत इन्द्र संजीव कुमार लकी, माहेन्द्र – राजीव कुमार लकी, यज्ञनायक- महेन्द्र कुमार सराफ, अखिलेश गदयाना,विनय जैन जडीबूटी, आलोक जैन लागौन, राजेन्द्र सराफ, संदीप सराफ लालू, वीरेन्द्र कुमार गंगचारी, महेन्द्र कुमार पालीवाले, राजकुमार खिरिया, राजा श्रेयांस राजीव अनौरा, राजा सोम डॉ. अक्षय टडैया ने भक्तिपूर्वक प्रभु के सम्मुख अर्घ्य समर्पित किए।
लगा नाभिराय का दरबार
दोपहर में प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी प्रदीप भैया सुयश के मार्गदर्शन में महाराजा नाभिराय का दरबार लगा, जिसमें भगवान की माता मरूदेवी की सीमंतनी क्रियाओं सहित तीर्थकर माता की गोद भराई हुई, जिसमें महिलाओं ने भक्तिपूर्वक सम्मलित होकर पुण्यार्जन किया। तीर्थंकर भगवान के माता-पिता बनने का सौभाग्य कल्पना जैन, राजेन्द्र जैन थनवारा को मिला। इस मौके पर मुनि पूज्य सागर महाराज ने ललितपुर के अभिनंदनोदय तीर्थ के गौरवशाली इतिहास को बताया और पंचकल्याणक प्रतिष्ठा को पुण्य के क्षण बताए। सायंकाल जिज्ञासा समाधान के दौरान मुनि श्री ने श्रावकों द्वारा की गई जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान किया। इसके उपरान्त अयोध्यापुरी में महाराजा नाभिराय के दरवार में राज्य व्यवस्था की चर्चा और माता मरूदेवी ने सोलह स्वप्नों की महाराज नाभिराय को जानकारी दी, जिसका उन्होंने फलादेश बताया। छप्पन कुमारिकाओं ने माता मरूदेवी की सेवा की और अपनी ओर से भेंट समर्पित की। प्रतिष्ठा महोत्सव की व्यवस्थाओं को वीर व्यायामशाला, आचार्य विद्यासागर सेवा संघ, स्याद्वाद वर्द्धमान सेवा संघ, वीरसेवा संघ, आदिनाथ सेवा संघ, भारतीय जैन मिलन बाहुबलि सेवा संघ, जैन सेवा संघ, तारण तरण युवा सेवा समिति, जैन एम्बुलेंस समिति, वीर क्लव, जैन सेवा संघ महिला मण्डल, गल्ला व्यापार मण्डल, उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा संयोजित की जा रही है, जिसमें जैन पंचायत अध्यक्ष अनिल जैन अंचल, महामंत्री डॉ. अक्षय टडैया, मंदिर प्रबंधक मोदी पकंज जैन, मेला कैप्टन नरेन्द्र कडंकी, कैप्टन राजकुमार जैन, पार्षद महेन्द्र सिंघई, वैभव जैन टिन्ना, स्वदेश गोयल, मनोज जैन बबीना, संजय मोदी, पवन जैन मयंक, आलोक जैन सैदपुर, जिनेन्द्र जैन थनवारा आदि का योगदान मिल रहा है। कार्यक्रम स्थल पर गल्ला व्यापार मण्डल जहां भोजन व्यवस्था के लिए पुण्यार्जक बना, वहीं नाश्ता और चाय आदि की व्यवस्था की संयोजना उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल एवं सिघई कम्पनी द्वारा की जा रही है।
इन्द्र इन्द्राणियों का दृश्य आलौलिक
धर्मसभा में मुनि सुधासागर महाराज ने अपने अंदाज में कहा कि आज प्रातःकाल अयोध्यापुरी के प्रतिष्ठा मण्डप में इन्द्र -इन्द्राणियों का अलौकिक दृश्य देखते ही बनता रहा। मुख्यपात्र तो हर पंचकल्याणक में रहते लेकिन सामान्य पात्रों का समूह जो 750 फीट लम्बे विशाल पंडाल वाले इस पंचकल्याणक की महासत्ता बना, जिसको देखकर आंखें तृप्त हुई कि दुनिया का स्वरूप भी ऐसा हो, जिसमें धर्म संस्कृति का बहुमान रहे। यह एक तरह का शाही पंचकल्याणक ही है।
पडगाहन का पुण्यार्जन
शाही पंचकल्याणक अयोध्यापुरी में निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज को पडगाहन का पुण्यार्जन जैन राजीव वैद्य परिवार, मुनि पूज्य सागर महाराज को पडगाहन का जीवन सिंघई मिर्चवारा परिवार, एलक धैर्यसागर को पडगाहन का जिनेन्द्र जैन रजपुरा प्रबंधक नयामंदिर, क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज को पडगाहन का पुण्यार्जन ब्रह्मचारिणी विमलेश दीदी समूह को मिला।
प्रतिष्ठा महोत्सव में जन्मकल्याणक बुधवार को
शाही प्रतिष्ठा महोत्सव में एक फरवरी को प्रातःकाल नित्यमह अभिषेक पूजन के उपरान्त प्रातः 7.56 बजे तीर्थकर बालक का जन्म होगा। अयोध्या में बधाइयां दी जाएंगी। इसके बाद सौधर्म इन्द्र शचि तीर्थंकर बालक को लेकर ऐरावत हाथी पर आरूढ होकर अयोध्यानगरी की परिक्रमा करेंगी। इसके उपरान्त प्रतिष्ठामंच पर शचि सौधर्म इन्द्र की वार्ता के अलौकिक दृश्य के उपरान्त मुनि श्री सुधासागर महाराज के प्रवचन होंगे। 10 बजे सौधर्म इन्द्र शचि का एरावत हाथी पर पाडुक होकर वन प्रस्थान जन्माभिषेक जलूस अभिनंदनोदय तीर्थ से प्ररम्भ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पाण्डुकशिला पर पहुंचेगा, जहां 1008 कलशों द्वारा तीर्थंकर बालक का अभिषेक होगा। मीडिया प्रभारी अक्षय अलया ने बताया कि सायंकाल आचार्य भक्ति जिज्ञासा समाधान के उपरान्त आरती के वाद महाराजा नाभिराय का राजदरवार, तीर्थंकर बालक का पालना झूला एवं बालक्रीडा का मनोहारी मंचन होगा।
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