सारांश
मुनि सुधासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में सोमवार को शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारम्भ ध्वजारोहण के साथ हुआ। इस मौके पर आयोजन स्थल अयोध्यापुरी में ध्वजारोहण के उपरान्त नवगठित जैन आर्मी ने ध्वज वंदन किया। इस दौरान कई कार्यक्रम हुए। पढ़िए राजीव सिंघई की विस्तृत रिपोर्ट…
ललितपुर। आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर महाराज के सुयोग्य शिष्य निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में सोमवार को शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारम्भ ध्वजारोहण के साथ हुआ। इस मौके पर आयोजन स्थल अयोध्यापुरी में ध्वजारोहण के उपरान्त नवगठित जैन आर्मी ने ध्वज वंदन किया और शास्वत जैन ध्वज गीत के उपरान्त ध्वज सम्मान में रोचक प्रस्तुति दी।
निकाली गई जैन आर्मी परेड
शाही प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारम्भ अयोध्यापुरी के नीली परेड ग्राउन्ड पर हुआ, जिसकी मुनि संघ के सानिध्य में कमान जैन पंचायत अध्यक्ष अनिल जैन अंचल ने नवगठित जैन आर्मी के जैन जनरल अमित जैन शानू को सौंपी। इसके प्रारम्भ में मेला कैप्टन नरेन्द्र कडंकी, कैप्टन राजकुमार जैन, महेन्द्र सिंघई, वैभव टिन्ना, स्वदेश गोयल ने सैना अधिकारियों के साथ परेड का निरीक्षण किया। इसके उपरान्त आचार्य श्री के चित्र का अनावरण श्रावक श्रेष्ठी संजीव बजाज, संदीप सम्यक सराफ, कमलेश चौधरी ने किया, जबकि दीप प्रज्वलन मुकेश कामरा सूरत ने किया। सौभाग्यवती श्राविकाओं द्वारा मंगलाचरण कर गुरूभक्ति की आकर्षक प्रस्तुति की। दिगम्बर जैन पंचायत, पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति एवं निर्माण समिति ने मुनि संघ को श्रीफल अर्पित कर सम्पन्नता के लिए आशीर्वाद ग्रहण किया। इसके साथ ही शाही प्रतिष्ठा महोत्सव के निर्देशक बालब्रह्मचारी प्रदीप भैया सुयश को आचार्य निमंत्रण भेंट कर निवेदन किया।
प्रतिष्ठा महोत्सव का ध्वजारोहण श्रावक श्रेष्ठी सोमचंद संजीव, राजीव लकी परिवार द्वारा किया गया, जिन्होंने सैन्य सम्मान के साथ परेड का निरीक्षण किया। संगीमतय शास्वत जैन ध्वजगीत की आकर्षक प्रस्तुति देखते ही बनती थी। मुनि सुधासागर महाराज के आशीर्वाद एवं ऐलक धैर्यसागर महाराज की प्रेरणा से शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में गठित जैन आर्मी में जैन जनरल अंकुर जैन शानू, सम्यक चारित्र सेना अधिकारी जैन एयर चीफ मार्शल विकास जैन, मार्शल डॉ. शुभम जैन, वाइस मार्शल विकास जैन कमाण्डर डॉ. दीपक जैन, विंग कमाण्डर अभि जैन कुम्हैडी, ग्रुप कैप्टन सुयश जैन कुम्हैण्डी तथा अरहिंत रेजीमेंट लीडर आशीष छोटू, सिद्ध रेजीमेंट लीडर सौरभ जैन, आचार्य रेजीमेंट लीडर स्वानित मोहनी, उपाध्याय रेजीमेंट लीडर अर्पित जैन, साधू रेजिमेंट लीडर ऋषि जैन, सम्यकज्ञान सेना अधिकारी, जैन एडमिरल विकास जैन, वाई एडमिरल सौरभ जैन, कैप्टन शैलेन्द्र जैन, वाइस कैप्टन सुधीर जैन, लेफ्टीनेंस शिरीष जैन, सेकेंड लेप्टीनेंट मधुर जैन, सम्यक दर्शन सेना अधिकारी में जैन जनरल देवांश, बिग्रेडियर प्रतीक इमलया मेजर अंकित, कर्नल स्पर्श जैन, जैन सार्जेट विक्की मोहनी का प्रदर्शन सराहनीय रहा। इस मौके पर मुनि सुधासागर महाराज ने ध्वजारोहण को मंगल का प्रतीक बताते हुए कहा कि प्रतिष्ठा महोत्सव में जहां पाषाण से भगवान बनाने की क्रियाएं होती हैं, ऐसे में ध्वजारोहण मंगल का संकेत देता है। उन्होंने पंचकल्याणक के माध्यम से जगत में सुख समृद्धि रहने का मंगल आशीर्वाद दिया।
इंद्र प्रतिष्ठा सहित कई मांगलिक क्रियाएं
दोपहर में प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी प्रदीप भैया सुयश के मार्गदर्शन में शान्ति मंत्र पात्र शुद्धि सकलीकरण इन्द्र प्रतिष्ठा की मांगलिक क्रियाएं हुईं। जिसमें महोत्सव के मुख्य पात्र भगवान के माता-पिता राजेन्द्र जैन लल्लू थनवारा, सौधर्म इन्द्र सुमन-स्वतंत्र जैन मोदी नाराहट, धनपति कुबेर अशोक जैन सुधा दैलवारा, महायज्ञ नायक रचना संजीव जैन सीए, शिरोमणि श्रावक श्रेष्ठी महेन्द्र कुमार सराफ, विधि यज्ञनायक प्रभात कुमार सराफ, भरत चक्रवर्ती, रवीन्द्र अलया, बाहुबली संजीव कुमार ममता स्पोर्ट, ईशान इन्द्र विनय कुमार जैन मडावरा, सानत इन्द्र संजीव कुमार लकी, माहेन्द्र राजीव कुमार लकी, यज्ञनायक महेन्द्र कुमार सराफ, अखिलेश गदयाना, विनय जैन जडीबूटी, आलोक जैन लागौन, राजेन्द्र सराफ, संदीप सराफ लालू, वीरेन्द्र कुमार गंगचारी, महेन्द्र कुमार पालीवाले, राजकुमार खिरिया, राजा श्रेयांस राजीव अनौरा, राजा सोम डॉ. अक्षय टडैया, ब्रह्मेन्द्र राजेश सिंधई धौर्रा, लांतव इन्द्र लोकेश सराफ, शुक्र इन्द्र शुभम सराफ, प्राणत इन्द्र अभय जैन पारौल, आणत इन्द्र शिरीष सिंघई, आरण इन्द्र अभिनंदन कुम्हेडी, शतार इन्द्र पदमचंद मिठया, महामण्डलेश्वर विकास जैन सीए, अनूप जैन मामा भांजा,सुबोध जैन सुरभि, सन्मति सराफ, सतीश नजा समेत इन्द्र-इन्द्राणियों को मंत्रोच्चार के साथ स्थापित किया। इसके उपरान्त नैमित्तक पूजन के उपरान्त यागमण्डल विधान सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर इन्द्र-इन्द्राणियों ने भक्तिपूर्वक प्रभु के सम्मुख अर्घ्य समर्पित किए।
सौधर्म की हुई सभा
प्रातःकाल प्रतिष्ठा मण्डप में श्रीजी का अभिषेक उपस्थित इन्द्र-इन्द्राणियों ने किया। सायंकाल जिज्ञासा समाधान के दौरान मुनि श्री ने श्रावकों द्वारा की गई जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान किया। इसके उपरान्त महाआरती भव्य शोभायात्रा के साथ पहुंची, जहां इन्द्र इन्द्राणियों ने प्रभु की भक्ति की। तदुपरान्त अयोध्यापुरी में सौधर्म इन्द्र की सभा में तत्वचर्चा के दौान आसन कम्पायमान हुआ। अवधिज्ञान द्वारा धनपति कुबेर का आगमन एवं रत्नों की वृष्टि हुई। देवियों द्वारा माता मरूदेवी को सोलह स्वप्न और इन्द्र दर्शन हुए। अष्टकुमारियों ने माता की सेवा कर भेंट समर्पित की। इस दौरान अष्ट कुमारियों ने प्रश्नोत्तर के माध्यम से तत्व चर्चा की। मध्यरात्रि में गर्भकल्याणक की आंतरिक क्रियाए सम्पन्न हुई, इसमें उपस्थित जनसमुदाय मौजूद रहा।
महोत्सव की व्यवस्थाओं इनका रहा सहयोग
व्यवस्थाओं के लिए महोत्सव जैन पंचायत के अध्यक्ष अनिल जैन अंचल, महामंत्री डॉ. अक्षय टडैया, राजेन्द्र जैन थनवारा, मोदी पंकज जैन पार्षद, शीलचंद अनौरा, अखिलेश गदयाना, कोमलचंद दादा, आकाश जैन भारत गैस, अविनाश सिंघई, मेला कैप्टन नरेन्द कडंकी कैप्टन राजकुमार जैन महेन्द्र सिंघई वैभव जैन टिन्ना स्वदेश गोयल, संजीव जैन ममता स्पोर्ट, जीवन जैन मिर्चवारा, अक्षय अलया, मुकेश सराफ, अभिषेक अनौरा, मनोज जैन बबीना संजय मोदी, संजय रसिया, विजय काफी हाउस, सत्येन्द्र गदयाना, संजीव सौरया, अजित गदयाना सहित स्वयंसेवी संस्था स्याद्वाद वर्द्धमान सेवा संघ, वीरसेवा संघ, आदिनाथ सेवा संघ, वीर व्यायामशाला, बाहुबलि सेवा संघ, वीर सेवा संघ महिला मण्डल आदि का विशेष सहयोग मिल रहा है।
गर्भकल्याणक उत्तररूप की मांगलिक क्रियाएं
प्रतिष्ठा महोत्सव के मीडिया प्रभारी अक्षय अलया के अनुसार 31 जनवरी को प्रातःकाल नित्यमह अभिषेक पूजन के उपरान्त प्रातः 8 बजे मुनि श्री के मांगलिक प्रवचन, दोपहर में महाराजा नाभिराय का दरबार में महिला संगीत माता की गोद भराई, सीमंतनी क्रियाएं होंगी। इसके बाद सत्येन्द्र शर्मा एण्ड पार्टी कण्ठस्थ कलाकेन्द्र दिल्ली द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। मंगल घटयात्रा के बाद सभी मंदिरों की शुद्धि, वेदी शुद्धि, शिखर शुद्धि आदि की क्रियाएं भी होंगी। सायंकाल 5.30 बजे से आचार्य भक्ति एवं जिज्ञासा समाधान के उपरान्त महाआरती की शोभायात्रा अयोध्यापुरी पहुंचेगी, जहां श्रीजी की भव्य आरती होगी। सायंकाल 8 बजे महाराजा नाभिराय के दरबार में माता मरूदेवी का आगमन, माता के सोलह स्वपनों का फलादेश व छप्पन कुमारिकाओं द्वारा माता की सेवा की क्रियाओं का मंचन होगा।
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