प्रतापगढ़। आप अपना मन स्थिर रखें। जैसे आप अपने समस्त सांसारिक कार्यों की योजना बनाते हैं, उसी तरह से जीव के कल्याण की योजना बनाएं। तभी आप मोक्ष मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं। यह बात आचार्य सुंदर सागर जी महाराज ने प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आत्मा में आत्मा को स्थापित करना जरूरी है।
आप अपना सही तरह से उपयोग करें। मन को स्थिर रखने से ही आगे बढ़ा जा सकता है। मुनीराज अपना उपयोग अपनी आत्मा को स्थिर करने में करते हैं। इसीलिए वे मोक्षमार्गी बनते हैं। आप सभी को मुनि मुद्रा धारण करनी चाहिए। अगर आपने इस पर्याय में मुनि मुद्रा धारण नहीं की तो आपको मोक्ष कभी नहीं मिलेगा। अपने लिए जीना छोड़ें और दूसरों के लिए जीएं।
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