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आदिनाथ जैन बड़ा मंदिर में हुई 1008 दीपों से बडे़ बाबा की महाआरती : संकल्प विकल्प की परिणति का त्याग ही आकिंचन- अविचल सागर


 पर्युषण पर्व के नवें दिन अभिनंदनोदय तीर्थ में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनिश्री अविचल सागर महाराज ने कहा संकल्प विकल्प की परिणति का त्याग ही आकिंचन धर्म है। परिग्रही व्यक्ति कभी भी शान्ति का अनुभव नहीं करता यह तो मात्र भ्रम में ही जीता है।दूसरी ओर जो परिग्रह नहीं रखता त्याग प्रवृत्ति रखता वह हमेशा शांति का अनुभव करता है। पढ़िए राजीव सिंघाई की रिपोर्ट…


ललितपुर। पर्युषण पर्व के नवें दिन अभिनंदनोदय तीर्थ में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनिश्री अविचल सागर महाराज ने कहा संकल्प विकल्प की परिणति का त्याग ही आकिंचन धर्म है। परिग्रही व्यक्ति कभी भी शान्ति का अनुभव नहीं करता यह तो मात्र भ्रम में ही जीता है।दूसरी ओर जो परिग्रह नहीं रखता त्याग प्रवृत्ति रखता वह हमेशा शांति का अनुभव करता है। ऐसे लोग स्वयं तो आदर्शपूर्ण जीवन जीते हैं दूसरों को भी आदर्शवान बनने की और दिशा देते हैं। आत्म स्वभाव की प्राप्ति में त्याग को आवश्यक बताते हुए मुनि श्री ने कहा कि ज्ञानीजन विषय राग कार्यों से डरते हैं और अज्ञानीजन राग का आवरण बनते हुए त्याग से डरते हैं।

धर्मसभा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के सम्मुख गल्ला मण्डी पूर्व अध्यक्ष जय कुमार महोली, मनीष जैन बुढवार, सीए ऋतिक जैन,मनीष जैन बुढवार, कैलाश जैन मालथौन,राजकुमार जैन साढूमल, आनंद जैन बबीना द्वारा किया गया। तत्वार्थ सूत्र का वाचन कु० वर्षा जैन, धैर्या जैन, हितांशी,अभिनव जैन द्वारा एवं अर्घ श्रीमति पुष्पा देवी,सौरभ जैन सेरवास परिवार द्वारा किया गया। धर्मसभा का संचालन महामंत्री आकाश जैन ने किया। सायंकाल जैन बडा मंदिर में भगवान आदिनाथ बडेबाबा के सम्मुख 1008 दीपों से महाआरती एवं आरती सजाओ प्रतियोगिता प्रबंधक आनंद जैन भागनगर,अजित जैन गदयाना के संयोजन में हुई।जिसमें भक्तों ने सम्मिलित होकर पुण्यार्जन किया।

एम्ब्रोसिया कालोनी जैन मंदिर में सायंकाल प्रबंधक वीणा जैन के संयोजन में भौतिकता की चकाचौंध में मंदिर का परिवेश पर नाटिका का मंचन हुआ जिसमें रीना,अंशी डिम्पल,आरती,सुनीता जैन का सराहनीय योगदान रहा। आदिनाथ मंदिर सिविल लाइन में ब्रह्चारणी सीमा दीदी नीता दीदी एवं श्रद्धा दीदी द्वारा दस धर्मो की श्रंखला में प्रवचन हो रहे हैं।इसके उपरान्त 48 दीपों से आरती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई।जैन अटामंदिर में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए पंकज जैन शास्त्री ने कहा परिग्रही व्यक्ति कभी भी शान्ति का अनुभव नहीं कर पाता वह तो मात्र भ्रम में ही जीता है दूसरी ओर जो परिग्रह नहीं रखता त्याग प्रवृत्ति रखता हमेशा शान्ति का अनुभव करता है।

पार्श्वनाथ जैन नयामंदिर में पूर्णमति महिला मण्डल द्वारा खुला प्रश्नमंत्र का आयोजन हुआ जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया गया। आदिनाथ मंदिर नईबस्ती में अनुज शास्त्री सांगानेर के सानिध्य में धर्मप्रभावना के साथ शान्तिविधान सम्पन्न हुआ।जिसमें जैन पंचायत के मंत्री कैप्टन राजकुमार जैन, प्रबंधक मोदी शुभेदु जैन,जितेन्द्र जैन, नीलेन्द्र गदयाना,सत्येन्द्र गदयाना,लोकेश जैन,मनोज मेडीकल आदि मौजूद रहे। सायंकाल पाठशाला परिवार द्वारा श्रेष्ठ जोडी प्रतियोगिता एवं बेटी बेटों से कम नहीं नाटिका का मंचन किया गया।

इसके अतिरिक्त नगर के नईबस्ती आदिनाथ मंदिर,चन्द्रप्रभु मंदिर डोंडाघाट, शान्तिनगर मंदिर गांधीनगर,इलाइट जैन मंदिर,सिविल लाइन जैन मंदिर में इन दिनों धर्म की अपूर्व धर्मप्रभावना हो रही है। सायंकाल जैन मंदिरों में बच्चों ने आकर्षक झांकी सजाई गई है जिसको देखने धर्मालुजन पहुंचकर उन्हें उत्साहित कर रहे हैं।

 अभिनंदनोदय तीर्थ पर आयोजन

जैन पंचायत के महामंत्री आकाश जैन ने बताया कि अनंतचतुर्दशी के समापन पर 17 सितम्बर को अभिनंदनोदय तीर्थ पर प्रातःकाल 8 बजे मुनिश्री अविचल सागर महाराज के सानिध्य में श्रीजी का अभिषेक,शान्तिधारा,तत्वार्थसूत्र का वाचन के उपरान्त मुनि श्री के प्रवचन होंगे। सायंकाल नगर के जैन मंदिरों में परम्परागत अभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

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