ग्रेटर बाबा नवग्रह जिनालय में वर्ष 2005 से निरंतर अतिशय हो रहा है। आचार्य दर्शन सागरजी महाराज ने यहां पंचकल्याणक का आयोजन कराया था। हर साल 31 दिसंबर को देवी-देवता यहां आकर अतिशय दिखलाते हैं। इस दिन रात 9 बजे भक्तामर पाठ प्रारंभ होता है और 11:30 से 12 बजे के बीच सभी छत्र अपने आप हिलने लगते हैं। पढ़िए यह विशेष रिपोर्ट..
इंदौर। ग्रेटर बाबा नवग्रह जिनालय में वर्ष 2005 से निरंतर अतिशय हो रहा है। आचार्य दर्शन सागरजी महाराज ने यहां पंचकल्याणक का आयोजन कराया था। हर साल 31 दिसंबर को देवी-देवता यहां आकर अतिशय दिखलाते हैं।
इस दिन रात 9 बजे भक्तामर पाठ प्रारंभ होता है और 11:30 से 12 बजे के बीच सभी छत्र अपने आप हिलने लगते हैं। इस मंदिर से हजारों लोगों की आस्था और श्रद्धा जुड़ी हुई है। यहां नवग्रह से संबंधित 24 तीर्थंकरों की प्रतिमाएं स्थापित हैं।
रेखा संजय जैन ने बताया कि इस साल का आयोजन अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागरजी महाराज के सानिध्य में हो रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन नरेंद्र-शकुंतला वेद परिवार द्वारा किया जा रहा है। एक और विशेष अतिशय यह है कि यहां कभी-कभी सफेद नाग-नागिन का जोड़ा भी आता है।
कई वर्षों पहले सफेद नाग-नागिन अपनी केंचुली यहां छोड़ गए थे, जो आज भी मंदिर में मौजूद है। नववर्ष की पूर्व संध्या पर हुए विशेष कार्यक्रम में रात 12 बजे मुनि श्री पूज्य सागरजी महाराज ने पिच्छी से सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया और रक्षा सूत्र का वितरण किया।
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