ग्राम पंचायत रजोला के ग्राम वासियों ने मिसाल पेश की। शराब और मांस का त्याग कर आचार्य श्री को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर गौरव यात्रा भी निकाली गईं। झांकियों में गुरुवर का गुणगान किया गया। मड़ावरा(ललितपुर से) प्रियंक सर्राफ की खबर…
मड़ावरा(ललितपुर)। आचार्यश्री विद्यासागर जी महामुनिराज के प्रथम समाधि दिवस पर कस्बा मड़ावरा में सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में निकाली गई। गुरु गुणानुवाद गौरव यात्रा इस दौरान कस्बे की सामाजिक संस्थाओं ने आचार्य श्री द्वारा सम्पूर्ण देश में मानव कल्याण हेतु संचालित संस्थाओं की भव्य झांकियों के माध्यम आचार्य प्रवर के उपकारों का गुणगान किया। उल्लेखनीय है कि जैन धर्म के सर्वोच्च संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज जिनकी एक वर्ष पूर्व समाधि हो गई थी। उनके प्रथम समाधि दिवस को कस्बा मड़ावरा में गुरु गुणानुवाद गौरव दिवस के रूप में भव्यता के साथ मनाया गया। इस दौरान कस्बे के महावीर विद्याविहार से प्रातः 8 बजे एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो कि महावीर विद्याविहार से प्रारंभ होकर डाक बंगला व पुराना बाजार होते हुए मदनपुर रोड स्थित महावीर जिनालय तक गई। यात्रा का समापन महावीर विद्याविहार में किया गया। शोभायात्रा के दौरान जैन समाज की सामाजिक संस्थाओं ने आचार्य विद्यासागर जी द्वारा मानव हित में किए गए प्रमुख कार्यों का गुणगान करते हुए पाठशाला के बच्चों के माध्यम से भव्य झांकियां निकाली गई। जिनमें प्रतिभा स्थली,पूर्णायु चिकित्सा,हथकरघा,मूकमाटी महाकाव्य,विद्यासागर गुरुकुलम,आदि की झांकियों के माध्यम से उनके द्वारा किये गए कार्यो को दृश्यमान किया गया।
जय जय गुरुदेव के नारे गूंजे
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु अपने हाथों में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के पोस्टर लगी तख्तियां लेकर चल रहे थे। वहीं छोटे-छोटे बच्चे और युवा जय-जय गुरुदेव के नारों को लगाते हुए वातावरण को धर्ममय बना रहे थे। सायंकालीन कार्यक्रम के अंतर्गत आचार्य श्री की याद में दीपांजलि अर्पित करने के साथ ही सकल दिगम्बर जैन समाज के सौजन्य से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के नामी गिरामी कवियों जिनमें अर्जुन सिंह चांद गीतकार झांसी, लक्ष्मण नेपाली हास्य रस इंदौर, राजेंद्र विदुआ बुंदेली हास्य टीकमगढ़,अखिलेश शांडिल्य, मंजूश्री कटारे कवियत्री सागर, कुमार आकाश जैन दर्शन आगरा, कवि जैन वीरेंद्र विद्रोही ललितपुर ने अपने काव्य पाठ के माध्यम से आचार्य श्री को अपनी काव्यांजलि अर्पित की।
दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने मांसाहार त्यागा
किसान भाइयों ने आचार्य श्री द्वारा सर्वसमाज और मानवहित के लिए किए गए उपकारों को याद कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों द्वारा आजीवन मांस मदिरा आदि व्यसनों का त्याग किया गया। रजोला ग्राम के ग्रामवासियों ने बताया कि आचार्य विद्यासागर जी की प्रेरणा आशीर्वाद से सागर में जैन समाज द्वारा संचालित भाग्योदय तीर्थ चिकित्सालय सम्पूर्ण क्षेत्र स्वास्थ्य लाभ ले रहा है। जहां पूर्व में छोटी-छोटी बीमारियों के लिए झांसी जो कि 150 किलोमीटर है वहां भागना पड़ता था। वहां अब भाग्योदय चिकित्सालय जो कि मात्र 70 किलोमीटर पर है। वहां गंभीर बीमारियों का भी रियायती मूल्य पर इलाज संभव हो रहा है। इस दौरान ग्राम पंचायत रजोला के मजरा ग्राम गोरा के भी ग्रामीण श्रद्धा के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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