ललितपुर.राजीव सिंघई । वर्णीनगर मडावरा में आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर महाराज का 760वां जन्मदिवस नगर में विराजमान आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज के अष्टम् निर्यापक श्रमण मुनिश्री अभय सागर महाराज, श्रमण मुनि श्री प्रभात सागर महाराज, श्रमण मुनि श्री निरीहसागर महाराज के पावन सानिध्य में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। पाठशाला समिति के महामंत्री डॉ. राकेश जैन सिंघई ने बताया कि जैन समाज मडावरा द्वारा संचालित आचार्य विद्यासागर संस्कार वर्णी पाठशाला के नन्हे-मुन्हे बच्चों ने प्रातःकाल श्री महावीर विद्या विहार परिसर में आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज की संगीतमयी पूजा अष्ट द्रव्य से सुसज्जित थालों के माध्यम से पाठशाला की आचार्या रूबी जैन व ऋतु जैन के निर्देशन में की।
सायंकाल में संगीतमयी आरती व भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान मुनि श्री प्रभात सागर महाराज ने कहा कि आचार्य श्री का जन्म शरद पूर्णिमा के दिन कर्नाटक प्रांत के सदलगा ग्राम में सन् 1946 को हुआ था। उन्होंने अपने जीवन को संयम के पथ पर चलाकर 76 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उनकी चर्या का गुणगान नहीं किया जा सकता है। आचार्य श्री ने हमें संयमित जीवन जीने का संदेश दिया है। आचार्य श्री के जीवन चरित्र से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यार्थी जीवन से ही हमें चरित्रवान जीवन यापन करना चाहिए। हमें अपनी मातृभाषा हिंदी का सम्मान करना है। हम अपने जीवन को अनुशासन युक्त बनाएं। संस्कारों के माध्यम से ही व्यक्ति महान बनता है। संस्कार ही हमें अच्छे व बुरे मार्ग पर ले जाते हैं।
आचार्य श्री ने हमें संयमित जीवन जीने का संदेश दिया है। वहीं आचार्य श्री विद्यासागर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा में आचार्य श्री का जन्म दिवस बडे ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कस्बे में प्रभातफेरी निकाली। सांस्कृतिक कार्यक्रम के पहले विद्यालय के पदाधिकारियों ने आचार्य श्री के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए एवं आचार्य श्री के जीवन चरित्र को दर्शाती हुई “विद्याधर से विद्यासागर” नाटिका बच्चों ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय जैन परदेशी ने की। इस दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक रमेशचंद्र जैन ने आचार्य श्री के जीवन चरित्र के संस्मरण बच्चों सुनाए। आचार्य श्री बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ, स्वदेशी अपनाएं,पर्यावरण-स्वच्छता अभियान, मातृभाषा अभियान, संस्कृति बचाओ जैसे अभियानों को चलाकर लोगों को संदेश दे रहे हैं। हमें उनके आदर्शों पर चलने की बहुत आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन महेश चन्द जैन ने किया।
आभार विद्यालय के प्रधानाचार्य चक्रेश जैन ने जताया। इस दौरान विद्यालय समिति के पदाधिकारी प्रेमचन्द्र जैन, विजय जैन, प्रधानाचार्य चक्रेश जैन, रमेश चंद्र जैन, महेशचन्द्र जैन, सुधेश खरे, धर्मेन्द्र सिंह, विशेष जैन, आकांक्षा विश्वकर्मा, अर्चना,कीर्ति सिंह, इशिका विश्वकर्मा, राशि निरंजन, रोहित सोनी, महेन्द्र सोनी, विवेकप्रताप सिंह मौजूद रहे।