जैन तीर्थ निर्देशिका प्रकाशन समिति के अध्यक्ष व सम्पादक ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र परिचय की सर्वाधिक लोकप्रिय श्दिगम्बर जैन तीर्थ निर्देशिकाश् घर-घर पहुँच चुकी है। यह एक लाख प्रतियों का रिकार्ड बनाने जा रही है। निर्देशिका अब नये कलेवर में अपडेट होने के साथ प्रकाशित होने जा रही है। पढ़िए धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू की यह पूरी खबर…
इन्दौर। जैन तीर्थ निर्देशिका प्रकाशन समिति के अध्यक्ष व सम्पादक हंसमुख जैन गांधी ने चर्चा में बताया कि तीर्थ क्षेत्र परिचय की सर्वाधिक लोकप्रिय श्दिगम्बर जैन तीर्थ निर्देशिकाश् की 90 हजार प्रतियाँ प्रकाशित होकर घर-घर पहुँच चुकी है। एक लाख प्रतियों का रिकार्ड बनाने जा रही निर्देशिका अब नये कलेवर में अपडेट होने के साथ ही प्रकाशित होने जा रही है।
समस्त तीर्थों के नंबर स्थाई हो
हंसमुख गांधी ने कहा कि तीर्थ क्षेत्र पर जानकारी हेतु मैनेजर का नम्बर भी प्रकाशित होता है। व्यवहारिक रूप में तीर्थयात्री जब यात्रा हेतु निकलते हैं तो उन्हें पता चलता है कि मैनेजर का जो नम्बर छपा है वह मैनेजर अब उस तीर्थ पर कार्यरत नहीं है। इससे यात्री परेशान होते हैं। इसलिए समस्त तीर्थों के कमेटी पदाधिकारी क्षेत्र हेतु परमानेंट स्थाई नम्बर खरीदें। वह मोबाईल नम्बर स्थाई हो व मैनेजर/कर्मचारी के बदलने अथवा संस्थान से नौकरी छोड़ने पर भी वह नंबर न बदले। इस हेतु श्री गांधी ने सभी तीर्थ क्षेत्रों की कमेटी को पत्र भी लिखे हैं। कमेटी यदि तीन नम्बर (1) कार्यालय (2) आवास व्यवस्था (3) भोजनशाला के क्रय कर स्थाई रखे तो यात्रियों को अत्यन्त सुविधा होगी।
नवोदित तीर्थ भी जानकारी दें
डॉ. अनुपम जैन ने कहा कि जैन तीर्थ निर्देशिका में हम नवोदित तीर्थों को भी जोड़ना चाहते हैं। इस हेतु नवोदित तीर्थ भी अपनी जानकारी पत्र/फार्मेट में भरकर पोस्ट से या मोबाईल नंबर 93021 03513 पर 15 फरवरी 2025 तक भेजने की कृपा करें। जिससे यात्रीगणों को सुविधा हो सके। इस बाबद पत्र भी जारी किये जा चुकेे हैं।
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