बांसवाड़ा। तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर जी को बिना जैन समाज की सहमति के वन्य जीव अभयारण्य का एक भाग घोषित कर पर्यावरण, पर्यटन व गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देकर तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली केन्द्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना रद्द कराने, पर्वतराज से पेड़ों की अवैध कटाई व पत्थरों के अवैध खनन को रोकने और पारसनाथ पर्वतराज व मधुवन क्षेत्र को मांस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र “जैन तीर्थ स्थल” घोषित कराने हेतु विशाल सभा व महारैली का आयोजन आगामी 11 दिसंबर को प्रातः 11 बजे होगा।
इसी सिलसिले में दिनेश खोड़निया, अध्यक्ष – श्री अठारह हजार दशाहुमड़ दिगम्बर जैन समाज और महावीर बोहरा, सुरेश संघवी, प्रदीप कोठारी, बांसवाड़ा और केसरीमल (केसुभाई) खोड़निया, बड़ोदिया व विनोद दोसी, बागीदौरा के नेतृत्व में कुशलबाग मैदान, बांसवाड़ा में विशाल सभा और महारैली का आयोजन रखा गया है। इसमें बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिले से सभी जैन तीर्थरक्षक कुशलबाग मैदान में एकत्रित होकर गांधी मूर्ति होते हुए कलेक्ट्री पहुंच कर ज्ञापन सौंपेंगे। विश्व जैन संगठन कुछ और मुद्दों के लिए संघर्षरत हैं।
इसमें पर्वतराज के वन्दना मार्ग को अतिक्रमण व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त करना, यात्री पंजीकरण, यात्री सामान जांच हेतु स्केनर सहित चेक पोस्ट की मांग, सोलर लाइट और शुद्ध पेयजल आदि की सुविधा जैसे मांगें रखी गई है। सकल जैन समाज, जिला बांसवाड़ा डूंगरपुर (राज.) और विश्व जैन संगठन, दिल्ली ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में रैली में पहुंचने का आह्वान किया है।