मुरैना(मनोज नायक)। जैन अतिशय क्षेत्र टिकटोली में नवीन जिनालय शिलान्यास एवं पिच्छिका परिवर्तन समारोह 20 नवंबर को भव्यता पूर्वक मनाया जाएगा। अतिशय क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र भण्डारी ने बताया कि परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य मुनिश्री अजितसागर जी महाराज ससंघ क्षेत्र में विराजमान हैं। पूज्य आचार्य श्री के आशीर्वाद एवं पूज्य मुनिश्री की पावन प्रेरणा व उनके ही ससंघ सानिध्य में एक विशाल एवं भव्य नवीन जिनालय का शिलान्यास समारोह रविवार, 20 नवंबर को श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र टिकटोली (जौरा) में आयोजित होने जा रहा है।
इस समारोह में अशोक पाटनी (आर के मार्वल) किशनगढ़, आईपीएस पवन जैन (डीजीपी होमगार्ड) भोपाल, आर के जैन (पूर्व कलेक्टर), जिनेश जैन (अध्यक्ष जैन समाज) अम्बाह, सुनील जैन (वुमन फैशन) सूरत, प्रदीप जैन मामा, रविन्द्र जैन पत्रकार भोपाल, सुनील जैन (मोना जनरेटर) दिल्ली सहित सम्पूर्ण भारतवर्ष के जैन समाज के श्रेष्ठिवर्ग विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। गौरतलब है कि जैन अतिशय क्षेत्र काफी प्राचीन क्षेत्र है।
यहां एक ही पत्थर में भगवान शांतिनाथ, कुंथनाथ एवं अरहनाथ की खड्गासन प्रतिमाएं उकेरी गई हैं। इसके साथ ही मानस्तंभ सहित अन्य तीर्थंकरों की प्रतिमाएं भी मौजूद हैं। क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है। मन्दिर जी के पास ही अनवरत रूप से गिरने वाला झरना सभी का मन मोह लेता है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण अति प्राचीन जैन तीर्थंकरों की मूर्तियों से सुशोभित अतिशय क्षेत्र टिकटोली जैन धर्म की प्राचीनता को सिद्ध करता है। यह क्षेत्र जिला मुख्यालय मुरैना से जौरा होते हुए लगभग 50 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। क्षेत्र पर विशाल एवं भव्य प्रवचन हॉल, धर्मशाला, भोजनालय, केंटीन सहित सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध है। इस वर्ष क्षेत्र में मुनिश्री अजितसागर जी महाराज ससंघ का चातुर्मास हुआ है।
नवीन जिनालय के शिलान्यास के अवसर पर चातुर्मासरत सभी साधुओं का पिच्छिका परिवर्तन का कार्यक्रम भी होगा। सधर्मी बन्धु सभी साधुओं को नवीन पिच्छिका भेंट करेंगे। समारोह में प्रातः 7 बजे अभिषेक, शांतिधारा, पूजन के पश्चात नवीन जिनालय का शिलान्यास होगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे पिच्छिका परिवर्तन समारोह का आयोजन होगा। क्षेत्र पर पहुंचने के लिए मुरैना एवं जौरा से निःशुल्क यातायात व्यवस्था उपलब्ध रहेगी, साथ ही सभी के आवास एवं भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है।