दिगंबर जैन महासंस्थान मठ श्रवणबेलगोला के जगत्गुरू स्वस्तिश्री अभिनव चारुकीर्ती भट्टारक स्वामी जी ने मंगलवार को श्रीक्षेत्र के श्री कांजी भवन में समाधिस्थ कर्मयोगी जगत्गुरू स्वस्तिश्री चारुकीर्ती भट्टारक महास्वामीजी के निषिधि मंडप का लोकार्पण समारोह कार्यक्रम को लेकर विधायक सीएन बालकृष्ण साथ बैठक की और निषिथि मंडपम तथा मंच स्थल का दौरा कर उसका निरीक्षण किया। पढ़िए रेखा जैन की विशेष रिपोर्ट…
श्रवणबेलगोला। दिगंबर जैन महासंस्थान मठ श्रवबेलगोला के जगतगुरु स्वस्तिश्री अभिनव चारुकीर्ति पंडिताचार्य भट्टारक ने मंगलवार को श्रीक्षेत्र कांजी भवन में समाधिस्थ कर्मयोगी जगत्गुरू स्वस्तिश्री चारुकीर्ती भट्टारक महास्वामीजी के आगामी 6 दिसंबर को होने वाले निषिधि मंडप का लोकार्पण समारोह कार्यक्रम को लेकर विधायक सीएन बालकृष्ण के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और निषिथि मंडपम तथा मंच स्थल का दौरा कर उसका निरीक्षण किया।
श्रवणबेलगोला को जैनकाशी बनाने का श्रेय
विधायक सीएन बालकृष्ण ने कहा कि पूज्य चारुश्री ने पांच दशकों तक श्रीक्षेत्र के पीठासीन अधिकारी के रूप में अपनी अतुलनीय सेवा प्रदान की है। उन्होंने क्षेत्र के धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए अथक प्रयास किए। विधायक ने कहा कि पूज्य चारुश्री को श्रवणबेलगोला को धार्मिक केंद्र “जैनकाशी” को विश्व प्रसिद्ध बनाने का श्रेय जाता है। अभिनव चारुश्री ने अतीत के स्वामीजी की स्मृति को बनाए रखने के लिए शिलामय निषिधि मंडप की स्थापना कर रहे हैं, जहां श्रीचरण पादुका की प्रतिष्ठापना और पूज्य का स्मारक शिलालेख स्थापित किया जाएगा। यह गुरु भक्ति का वास्तविक प्रतीक है।
समारोह में समर्पण और सहयोग की अपील
उन्होंने यह भी कहा कि इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलता में सभी को मिलजुल कर योगदान देना चाहिए। इस मौके पर ग्राम पंचायत अध्यक्ष आफताब पाशा, पूर्व अध्यक्ष एस.आर., सदस्य एनआर वासु, अनुराधा लोहित, यशस जैन, राधा बसवराज, भारती चंद्र गौड़ा, कृष्णमूर्ति, चंद्रशेखर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रशासनिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीआर युवराज, पीएसआई नवीन, सीईएससी एई चंद्रशेखर समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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