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मातृभूमि के लिए अन्तिम समय तक समर्पित रहोः मुनि सुधासागर जी

मुनि श्री ने कहा, देश का दिमाग देश में लगे तो संस्कृति रहेगी सुरक्षित

ललितपुर@राजीव सिंघई। श्री अभिनंदनोदय तीर्थ क्षेत्र क्षेत्रपाल मंदिर ललितपुर में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि सुधासागर महाराज ने कहा है कि प्रकृति में कोई व्यक्ति कमजोर होगा तो बलजोर उसका सहयोग करेगा। देश की कमजोरी है कि भारत के लोगों में दिमाग बहुत है, पर वे विदेश में अपनी क्षमता दिखा रहे हैं, उन्हें सम्पन्न कर रहे हैं। अगर हमारे देश का दिमाग देश में लगे तो भारतीय संस्कृति तो सुरक्षित रहेगी ही, साथ ही हम उन्नति के शिखर पर भी पहुंचेगे। भारत के राजा बनने के चक्कर में कलकत्ता के नवाब ने अपने सैनिकों को आदेश नहीं देकर गुलाम बना दिया।
मुनि श्री ने प्रेरणा दी कि चूहा जैसे अपना बिल नहीं छोड़ता है, वैसे ही हमें अपना देश नहीं छोड़ना चाहिए। देश हमारी मातृभूमि है जहां हमने जन्म लिया। हमें अन्तिम समय तक उसके लिए समर्पित रहना चाहिए।
प्रातःकाल मूलनायक अभिनंदनोदय अतिशय तीर्थ पर मूलनायक अभिनंदननाथ भगवान का अभिषेक भक्तजनों ने किया। इसके उपरान्त मुनि सुधासागर महाराज के मुखारविन्द से शान्तिधारा हुई जिसका पुर्ण्याजन जैन पंचायत अध्यक्ष अनिल जैन अंचल एवं निर्मल जैन कुम्हैणी परिवार द्वारा किया गया। तदुपरान्त धर्मसभा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चित्र के अनावरण के साथ श्रेष्ठीजनों ने किया। धर्मसभा में गुरु दर्श यात्रा के श्रावकों ने मुनि श्री को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद ग्रहण किया। धर्मसभा का संचालन महामंत्री डा. अक्षय टडैया ने किया। मध्यान्ह में मुनि श्री सुधासागर महाराज ने संघस्थ मुनि पूज्यसागर महाराज, एलक धैर्यसागर महाराज, क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज सहित ब्रह्मचारी-ब्रह्मचारिणी बहिनों, श्रावकों को जीवकाण्ड ग्रंथ का स्वाध्याय कराया।
आज निर्यापक मुनि श्री सुधासागर महाराज को आहारदान का सौभाग्य अनुज जैन तनुज जैन लेखपाल परिवार एवं मुनि पूज्य सागर महाराज को आहारदान धर्मेन्द्र जैन गुड़ वाले परिवार, एलक धैर्यसागर महाराज को आहारदान वीरेन्द्रकुमार सौरभ जैन बंधा परिवार एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज को आहार दान का सौभाग्य प्रकाश जैन मयूर परिवार को मिला। सायंकाल जिज्ञासा समाधान के लिए श्रावकों ने मुनि श्री सुधासागर महाराज के सम्मुख अपनी जिज्ञासाएं की। मुनि श्री एवं संघस्थ मुनि पूज्यसागर महाराज, एलक धेर्यसागर महाराज क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज के प्रवास से इन दिनों अभिनंदनोदय तीर्थ में अपूर्व धर्म प्रभावना हो रही हेै।

श्रमण संस्कृति पाठशाला महाधिवेशन 24 को

श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति पाठशाला का दो दिवसीय अधिवेशन 24 सितम्बर से अभिनंदनोदय अतिशय तीर्थ क्षेत्रपाल मंदिर में निर्यापक मुनि सुधासागर महाराज के सान्निध्य में शुरू हो रहा है जिसमें देश के विभिन्न स्थानों पर संचालित पाठशालाओं के मेधावी छात्र सम्मलित हो रहे हैं। उक्त जानकारी देते हुए संगोष्ठी प्रभारी पं. आलेाक शास्त्री ने बताया कि पाठशाला महा अधिवेशन में मुनि श्री का मार्गदर्शन आशीर्वाद के साथ- साथ संगीतमय पूजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ उत्कृष्ट पाठशालाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। अधिवेशन की व्यवस्थाओं को मंदिर प्रबंधक राजेन्द्र जैन थनवारा, मोदी पंकज जैन के साथ साथ स्थानीय स्तर पर संजीव जैन ममता स्पोर्ट, सत्येन्द्र जैन गदयाना, जितेन्द्र जैन राजू,अभिषेक जैन अनौरा, जिनेन्द्र जैन डिस्को योगदान कर रह हैं।

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