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राष्ट्रीय चिंतन सभा में लिए कई प्रस्ताव : सामाजिक परिवेश में काफी हुआ परिवर्तन


जैन सेवा सदन धौलपुर में आयोजित दिगंबर जैसवाल जैन उपरोचियां समाज की सेवाभावी संस्था अविवाहित प्रतिभाएं प्रस्तुति समूह की राष्ट्रीय चिंतन सभा हुई। देशभर के लगभग 100 क्षेत्रीय संयोजकों ने भाग लिया। इसमें कई प्रस्ताव पारित हुए। मुरैना से मनोज जैन नायक की यह खबर…


मुरैना। वर्तमान में सामाजिक परिवेश, दशा और दिशा में काफी परिवर्तन हुए हैं। सबसे अधिक समस्या बच्चों की सगाई संबंध बनाने में आ रही है। नवगठित एपीपीएस संस्था इस कार्य को सरल एवं सुगम बनाने के लिए जो प्रयास कर रही है। वह सराहनीय हैं। इस संस्था द्वारा संचालित जैसवाल जैन परिणय एप एवं प्रकाशित परिचय पुस्तिका सजातीय बंधुओं के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। यह उद्गार अविवाहित प्रतिभाएं प्रस्तुति समूह के संरक्षक सुदीप जैन मिढ़ेला दिल्ली ने राष्ट्रीय चिंतन सभा के दौरान व्यक्त किए। एपीपीएस के राष्ट्रीय संयोजक अजय जैन शिवपुरी एवं रविंद्र जैन जमूसर भोपाल ने बताया कि जैन सेवा सदन धौलपुर में आयोजित दिगंबर जैसवाल जैन उपरोचियां समाज की सेवाभावी संस्था अविवाहित प्रतिभाएं प्रस्तुति समूह की राष्ट्रीय चिंतन सभा में देशभर के लगभग 100 क्षेत्रीय संयोजकों ने भाग लेकर समाजोत्थान एवं अविवाहित बच्चों के सगाई संबंध करने की दिशा में विचार-विमर्श एवं चिंतन किया। इस अवसर पर सर्वसम्मति से अनेकों प्रस्ताव पारित किए गए।

विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की
सभा के प्रारंभ में पंडित ऋषभ जैन शिवपुरी ने मंगलाचरण किया। मंचासीन सभी अतिथियों ने श्री जिनेंद्र प्रभु के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। समूह के राष्ट्रीय संयोजक रूपेश जैन दिल्ली ने जैसवाल जैन परिणय एप के संदर्भ में संपूर्ण जानकारी दी एवं अजय जैन शिवपुरी ने समूह की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। संचालन रविंद्र जैन जमूसर भोपाल ने किया। साथ ही उन्होंने सभी क्षेत्रीय संयोजकों का परिचय कराया।

इन्होंने विचार व्यक्त किए
सभा में मुख्य वक्ता के रूप में सुदीप जैन मिढ़ेला गुरुग्राम, राजेंद्र भंडारी मुरैना, सगुनचंद जैन दिल्ली, धनेश जैन धौलपुर, अतुल जैन आगरा, पूर्व प्राचार्य एसके जैन धौलपुर, संजय जैन आगरा, विमल जैन राजू अंबाह, राजकुमार सोनू आगरा, गौरव जैन इंदौर, डॉ. एससी जैन धौलपुर, पवन जैन, दिलीप जैन व्याख्याता ने अपने विचार प्रस्तुत किए। चिंतन सभा में दिल्ली, वड़ोदरा गुजरात, इन्दोर, भोपाल, डबरा, शिवपुरी, पोहरी गोहद, ग्वालियर, मुरार, मुरेना, फिरोजावाद, हिंडौनसिटी, आगरा, शमसावाद, मनिया, राजाखेड़ा, धौलपुर, अंबाह सहित अनेकों शैलियों से प्रतिनिधि मौजूद थे।

राष्ट्रीय चिंतन सभा में पारित हुए यह प्रस्ताव
अगस्त 2025 तक सम्पूर्ण भारतवर्ष की शैलियों से अविवाहित बच्चों के बायोडाटा एकत्रित करने,परिचय पुस्तिका एवं परिणय एप से विवाहित बच्चों के नाम हटाने, सभी शैलियों के क्षेत्रीय संयोजक के अपनी-अपनी शैलियों में प्रति माह बैठक करने, बच्चों के सगाई संबंध के लिए जानकारी लेने बाबत एक टोल फ्री नंबर की व्यवस्था करने, सभी क्षेत्रीय संयोजक मिलकर अपने सजातीय बंधुओं के साथ आपस में समन्वय स्थापित करने, अविवाहित प्रतिभाओं के बीच बैठक कर उनके संबंध बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने, सभी शैलियों में सक्रिय महिला सदस्यों को अविवाहित प्रतिभाएं प्रस्तुति समूह में जोड़ने, सभी शैलियों में माता-पिता एवं बच्चे-बच्चियों की काउंसलिंग आयोजित कराने का प्रस्ताव लिया गया।

स्थानीय कार्यकर्ताओं का हुआ सम्मान
राष्ट्रीय चिंतन सभा की सभी उच्चस्तरीय व्यवस्थाओं के लिए धौलपुर जैन समाज के यशस्वी अध्यक्ष धनेश जैन, मानिक चन्द्र जैन, राजकुमार जैन राजू, दिनेश जैन, हरविंदर जैन, दिलीप जैन, रुपेश जैन बस वाले, अजय जैन, राजकुमार जैन, नितिन जैन सिब्बू, नरेश जैन, यतेन्द्र जैन, सुबोध जैन, संजय जैन, पवन जैन मेडिकल, कमलकिशोर जैन को स्मृति चिन्ह देकर एपीपीएस विभिन्न शैलियों से आए हुए क्षेत्रीय संयोजकों ने सम्मानित किया।

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