आर्यिका सुनयमति माताजी का मंगलवार को खंडवा की ओर विहार हुआ है। उनके साथ बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग चले। वे इंदौर से चातुर्मास कर सिद्धवरकूट की यात्रा से सनावद पहुंची थीं। पढ़िए सनावद से यह खबर…
सनावद। संतों की सेवा अग्रणी त्यागियों की नगरी में आचार्यश्री सुंदर सागरजी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या आर्यिका सुनयमति माताजी ससंघ मंगल विहार मंगलवार को दोपहर 2 बजे खंडवा की ओर हुआ। सन्मति काका ने बताया कि आर्यिका माताजी इंदौर में चातुर्मास के बाद श्री सिद्धक्षेत्र सिद्धवरकूट की यात्रा कर नगर में पधारी थीं।
विविध धार्मिक आयोजन कर की धर्म की प्रवाहना
सनावद में माताजी ने निरंतर 21 दिनों तक धर्म गंगा प्रवाहित कर सभी नगरवासियों को अमृतपान करवाया। उन्होंने प्रतिदिन प्रातः अभिषेक, प्रवचन एवं शाम को गुरु भक्ति, आरती एवं प्रश्नमंच आयोजित कर धर्म की प्रवाहना बहाई थी।
विहार में यह रहे सारथी
विहार में सारथी के रूप में मुकेश जैन, प्रशांत जैन, राकेश जैन, हर्षित जैन, रेखा जैन, वंदना जैन सम्मिलित हुए।
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