जयपुर। राजस्थान की संस्कृति और सभ्यता आरंभ से ही अपने वीरों और साधु-संतों के सम्मान-सत्कार को लेकर विख्यात रहा हैं। अब इसी क्रम में प्रतापगढ़ जिले के धरियावद पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नाम एक पत्र लिखा हैं। जिसमें पूर्व विधायक नगराज मीणा ने जैन समाज के संत श्री वर्धमान सागरजी महाराज को विशिष्ट अतिथि का दर्जा दिए जाने की बात कही हैं।
19 जून 2022 को राजस्थान की पावन धरा पर आचार्य श्री वर्धमान सागरजी महाराज कदम रखेंगे। परम पूज्य वात्सल्य वारिधि आचार्य रत्न 108 श्री वर्धमान सागरजी महाराज का मंगल प्रवेश कोटा के भवानीमंडी के ओर से होगा। पूर्व में धरियावद चातुर्मास के दौरान समाज में धर्म की अलख जगाई हैं। करीब 24 वर्षों से प्रदेश की जनता का लंबा इंतजार अब समाप्ति की ओर हैं। दिनांक 24 नवंबर 2022 से 28 नवम्बर 2022 तक आचार्य श्री वर्धमान सागरजी महाराज के सानिध्य में महावीर जी में 21वीं सदी का प्रथम महामस्तकाभिषेक, पंचकल्याण की संभावित है, प्रदेश की जनता को ऐसे गुरुवर का सानिध्य बड़ा ही दुर्लभ हैं।
धरियावद के पूर्व विधायक नगराज मीणा ने आचार्य श्री वर्धमान सागरजी महाराज को प्रदेश के विशिष्ठ अतिथि बनाने के लेकर सूबे के मुखिया श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा हैं।