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पर्युषण महापर्व का समापन : क्षमा पर्व आज मनाया व एक दूसरे से क्षमा याचना की गई      


दिगंबर जैन समाज धामनोद ने क्षमावाणी पर जैन मंदिर में क्षमावली पूजन रखकर 5 रजत कलश, एक शान्तिधारा कलश व श्री जी की आरती व ध्वजा की बोली लगाई गई। पुण्यार्जक ने बोली लगाकर भगवान की प्रतिमा पर अभिषेक किया। आरती कर मंत्रोचार के साथ ध्वजा शिखर पर लगाकर फहराई। पढ़िए यह विशेष रिपोर्ट..


 धामनोद। दिगंबर जैन समाज धामनोद ने क्षमावाणी पर जैन मंदिर में क्षमावली पूजन रखकर 5 रजत कलश, एक शान्तिधारा कलश व श्री जी की आरती व ध्वजा की बोली लगाई गई। पुण्यार्जक ने बोली लगाकर भगवान की प्रतिमा पर अभिषेक किया। आरती कर मंत्रोचार के साथ ध्वजा शिखर पर लगाकर फहराई। समाज अध्यक्ष महेश जैन व सचिव दीपक प्रधान ने बताया कि मुनीसेवा समिति के तत्वावधान में समाज जनों का सामूहिक क्षमा पर्व का आयोजन किया गया, जिसमें भिलाई से पधारे पंडित दिनेश जैन, सोमा जैन, शकुंतला जैन व अलका जैन, डॉ प्रकाश कियावत थे।

अध्यक्षता जैन समाज अध्यक्ष महेश जैन की। इस दौरान अतिथियों ने भगवान की फोटो का अनावरण कर दीप प्रजवलित भी किया। अतिथियों को मोती की माला व पंचरंगी दुपट्टा व श्री फल देकर स्वागत किया। दस दिन तक महापर्व पर्युषण महापर्व पर धर्म रूपी गंगा बहाने आये पंडित दिनेश जैन का स्वागत रमेशचंद जैन राजा जैन नरेंद्र जैन व राकेश जैन ने किया। अभिनंदन पत्र समाज अध्यक्ष महेश जैन व कार्यकारिणी सदस्यों ने दिया। दस उपवास की साधना करने वाली प्रर्णीती जैन का सम्मान व अभिन्दन पत्र समाज कमेटी व पंडित जी ने किया।

मुनिसेवा समिति की टीम ने भी तपस्वी को मोती की माला श्री फल देकर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। तीन उपवास व पांच उपवास की साधना करने वालों का स्वागत किया। मंदिर व्यवस्था व अन्य कार्यों मे दान देकर सहयोग करने वालों का व कार्यकारणी के सहयोग व मुनिसेवा समिति के श्रेष्ठ कार्यों का भी प्रशंसा की गई। मंदिर में कार्य करने वाले सेवादारों का स्वागत कर वस्त्र दिए गए। उपस्थित समाजजनों ने आपस में क्षमा एक दूसरे से मांगी व सामूहिक भोज का आयोजन किया गया।आभार अध्यक्ष महेश जैन ने व्यक्त किया।

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