भगवान पार्श्वनाथ की जीवनगाथाएं, उनके उपदेश और उनके चमत्कारी कार्य आज भी लाखों भक्तों को प्रेरित करते हैं। उनकी जन्मजयंती पर आयोजित होने वाले आयोजनों में लाखों भक्त हिस्सा लेंगे और भगवान पार्श्वनाथ से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। पढ़िए संपादक रेखा संजय जैन और सहयोगी प्रीतम लखवाल की यह विशेष रिपोर्ट…
इंदौर। 26 दिसंबर को भगवान पार्श्वनाथकी जन्म जयंती पूरे विश्व में भक्ति भाव से मनाई जाएगी। भगवान पार्श्वनाथ का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। उन्होंने अपने विरोधी भाई कमठ को 10 भवों तक विभिन्न रूपों में क्षमा किया, जो उनके उच्चतम आचार्यत्व और महानता का प्रतीक है। भगवान पार्श्वनाथ के जीवन के साथ-साथ उनके द्वारा स्थापित धार्मिक मूल्यों को आज भी लाखों भक्त अपने जीवन में उतारते हैं। उनकी जीवन गाथाएं और उनके उपदेश आज भी लोगों के दिलों में गहरे स्थान रखते हैं। भारत में भगवान पार्श्वनाथ के कई प्रसिद्ध अतिशय क्षेत्र हैं, जहां भक्तों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। इन अतिशय क्षेत्रों में भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमाएँ चमत्कारी मानी जाती हैं, और इनसे जुड़ी घटनाएँ भक्तों के लिए आध्यात्मिक अनुभव की तरह होती हैं। इस बार हम आपको भगवान पार्श्वनाथ का जीवन परिचय और देश के छह प्रमुख राज्यों में स्थित भगवान पार्श्वनाथ के सात अतिशय क्षेत्रों के बारे में बताएंगे।
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