श्रीमहावीरजी महामस्तकाभिषेक समाचार

केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव -भगवान की खिरी दिव्य ध्वनि

सोमवार को मोक्ष कल्याणक महोत्सव के साथ भगवान महावीर की 24 फीट उतंग खड्गासन प्रतिमा एवं नवनिर्मित चौबीसी प्रतिमाओं का होगा मस्तकाभिषेक

जयपुर/श्री महावीरजी – 21 वीं सदी के भगवान महावीर के प्रथम महामस्तकाभिषेक महोत्सव के अन्तर्गत गुरुवार से शुरु हुए पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में रविवार को तप कल्याणक महोत्सव मनाया गया।इस मौके पर प्रातः तीर्थंकर महामुनि की आहार चर्या हुई वहीं समवशरण में भगवान की दिव्य ध्वनि खिरी तथा दिव्यदेशना के माध्यम से जीवों के कल्याण का संदेश दिया गया।

सोमवार,28 नवम्बर को मोक्ष कल्याणक महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ हवन के बाद 24फीट उतंग भगवान महावीर की खड्गासन प्रतिमा एवं नवनिर्मित चौबीसी प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक के साथ पांच दिवसीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन हो जाएगा।

महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल एवं महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव के अन्तर्गत रविवार को प्रातः 6.30 बजे से ध्यान एवं आशीर्वाद सभा के बाद श्री जिनाभिषेक एवं नित्यार्चना की गई। तत्पश्चात प्रातः तीर्थंकर महामुनि की आहार चर्या हुई जिसमें महामुनि को आहार देने के लिए श्रद्वालुओं में होड़ मच गई।हर कोई इस पावन मौके का पुण्यार्जन लेना चाह रहा था। तत्पश्चात पंचाश्चर्य दृश्य के बाद आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने प्रतिमाओं में केवलज्ञान संस्कार देते हुए सूरी मंत्र दिया ।

नव स्थापित भगवान महावीर की 24 फीट उंतग खड्गासन प्रतिमा एवं प्रतिष्ठित होने वाली नवनिर्मित चौबीसी प्रतिमाओं में भी केवल ज्ञान की क्रियाएं की गई तथा सूरी मंत्र दिया गया।  प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि प्रातः 10 बजे राजा श्रेणिक के जुलूस का धूमधाम से बैण्ड बाजों, हाथी, घोड़ों सहित पूर्ण लवाजमे के साथ समवशरण में आगमन हुआ। समवशरण का उदघाटन के बाद तीर्थंकर महावीर के रूप में आचार्य वर्धमान सागर महाराज समवशरण में विराजमान हुए।

भगवान के मुख्य गणधर गौतम स्वामी के आगमन पर भगवान की दिव्य ध्वनि खिरी तथा उन्होंने अपनी दिव्य देशना के माध्यम से जीवों के कल्याण तथा जीओ और जीने दो का उपदेश दिया। सौधर्म इन्द्र रोहन -अमिता कटारिया, चक्रवर्ती राजा सुरेश -शान्ता पाटनी आदि सभी इन्द्र-इन्द्राणियों ने आचार्य श्री से मार्गदर्शन लेकर अपनी जिज्ञासाएं शान्त की। समवशरण सभा में अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल, उपाध्यक्ष शांति कुमार जैन,सी पी जैन, महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी, कार्याध्यक्ष विवेक काला, कोषाध्यक्ष उमरावमल संघी, मुख्य संयोजक सुभाष चन्द जैन जौहरी, संयोजक सुरेश सबलावत, राकेश सेठी, देवेन्द्र अजमेरा, भारत भूषण जैन सहित बड़ी संख्या में कमेटी सदस्य एवं गणमान्य श्रेष्ठीजन शामिल हुए।

तत्पश्चात दोपहर 12.15 बजे से महामस्तकाभिषेक महोत्सव शुरु हुआ। जिसके लिए प्रथम अभिषेक का पुण्यार्जक पूरा आर के मार्बल्स किशनगढ परिवार गाजे बाजे से नाचते गाते मंदिर प्रांगण पहुचा। कोषाध्यक्ष उमरावमल संघी ने बताया कि सायंकाल हाथों में 108 दीपों की थाली लेकर इन्द्रगण परिवारों ने श्री जी की नाचते गाते महाआरती की। पं.हंसमुंख जैन धरियावद वालों द्वारा शास्त्र सभा में धर्म का मर्म समझाया।

प्रशासनिक समन्वयक भारत भूषण जैन एवं देवेन्द्र अजमेरा ने बताया कि रात्रि में रंगशाला नाट्य अकादमी इन्दौर द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। जिसमें भगवान नेमिनाथ के जीवन पर आधारित वैभव और वैराग्य की गाथा ‘विरह और वैराग्य ‘ नाटिका की मनभावन प्रस्तुति दी गई ।

प्रबंधकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के अन्तर्गत गठित भगवान महावीर महामस्तकाभिषेक महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल एवं महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि 24 से 28 नवम्बर तक आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में भगवान महावीर की 24 फीट ऊंची खडगासन प्रतिमा सहित परिकरयुक्त चौबीसी एवं कमल मंदिर की नवग्रह अरिष्ट निवारक जिनालय प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा की जा रही है।

महोत्सव समिति के प्रचार संयोजक विनोद जैन ‘कोटखावदा ‘के अनुसार सोमवार,28 नवम्बर को मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें प्रातः ध्यान एवं आशीर्वाद सभा के बाद श्री जिनाभिषेक एवं नित्यार्चना होगी। तत्पश्चात भगवान के मोक्ष कल्याणक के दृश्य दिखाए जाएंगे। अग्नि देव द्वारा भगवान के मोक्ष की संस्कार विधि की जाएगी। मोक्ष कल्याणक पूजा के बाद आचार्य श्री वर्धमान सागर महाराज के मंगल प्रवचन होंगे। विश्व शांति महायज्ञ हवन में मंत्रोच्चार के साथ हवन सामग्री द्वारा पूर्णाहुति दी जाएगी। आशीर्वाद सभा के बाद चरण छतरी के पास बनाई गई नवीन वेदियों तथा कमल मंदिर में भगवान को विराजमान करेंगे।कलशारोहण एवं शिखर पर ध्वजारोहण के साथ विसर्जन किया जाएगा।

महोत्सव समिति के महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी के मुताबिक मोक्ष कल्याणक विसर्जन के बाद दोपहर में भगवान महावीर की 24फीट उतंग खड्गासन प्रतिमा एवं चौबीसी प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक होगा।
सायंकाल महाआरती के बाद शास्त्र सभा का आयोजन किया जाएगा। रात्रि में 8.30 बजे से प्रसिद्ध गायक डॉ गौरव सौगानी एण्ड पार्टी, जयपुर द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। जिसमें मन को भाने वाले एवं आध्यात्मिक भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।

पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के गौरवशाली पात्रों में भगवान के माता पिता का पुण्यार्जन किरण देवी -राजकुमार सेठी,सौधर्म इन्द्र रोहन-अमिता कटारिया, चक्रवर्ती राजा सुरेश -शान्ता पाटनी,धनपति कुबेर दीपक-विनिता सेठी,यज्ञनायक श्रीपाल -कुसुम चूड़ीवाल,ईशान इन्द्र राजेश -विमला शाह,सनत कुमार इन्द्र पवन -प्रीति गोधा, माहेन्द्र इन्द्र तीर्थेश -प्रियंका छाबड़ा,राजा श्रेणिक अंकित -नैना पाटनी, ब्रह्म इन्द्र महेन्द्र कुमार -अंजना धाकडा, ब्रह्मेत्तर इन्द्र अनिल -अंजना जैन ने किया है।

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