देश-विदेश में विख्यात चंद्रोदय अतिशय क्षेत्र चांदखेड़ी मंदिर में भगवान आदिनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। रविवार को 20 बसों से श्रद्धालु पहुंचे। नववर्ष पर धार्मिक कार्यक्रम महामस्तकाभिषेक, शांतिधारा होगी। पढ़िए खानपुर से महावीर जैन की यह खबर…
खानपुर(राजस्थान). खानपुर कस्बे के दिगंबर जैन चंद्रोदय अतिशय क्षेत्र चंदखेड़ी में नव वर्ष के आगमन को लेकर इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। यहां आने वाले श्रद्धालु भगवान आदिनाथ के दर्शन कर यहां के सौंदर्य और अनवरत करोड़ की लागत से होने वाले निर्माण कार्यों को देखकर अभिभूत हो रहे हैं। रविवार को भी यहां राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई शहरों से 20 से अधिक बसों में 1500 से अधिक यात्रियों ने आकर भगवान आदिनाथ के दर्शन कर पूजन और अभिषेक के साथ में शांतिधारा की।
नववर्ष की प्रातः बेला में शांतिधारा होगी
यहां नव वर्ष की पूर्व संध्या पर मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नाट्य निर्देशिका साधना जैन मादावत द्वारा भगवान नेमिनाथ की वैभवशाली वैराग्य गाथा पर आधारित महानाटक का भव्य मंचन किया जाएगा। इसके तहत नेमिनाथ भगवान की भव्य बारात और भजन कार्यक्रम भी होगा। नववर्ष की प्रातःकालीन बेला में आदिनाथ भगवान का महा मस्तकाभिषेक और शांतिधारा होगी।
मंगलवार को रात 12 बजे से शुरू होगा दर्शन
क्षेत्र पर विराजमान संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि श्री अरहसागर जी महाराज का मंगल सानिध्य प्राप्त होगा। मंगलवार रात्रि 12 बजने के साथ ही यहां भगवान आदिनाथ के दर्शनों का दौर शुरू होगा। जो अगले दिन तक जारी रहेगा।यहां हर वर्ष देश और प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु आकर भगवान आदिनाथ के दर्शन करते हैं और नववर्ष की शुरुआत करते हैं।
चार मंजिल का अतिथि गृह तैयार
यहां आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिशय क्षेत्र कमेटी की ओर से अत्याधुनिक सर्वसुविधायुक्त 64 कमरों का चार मंजिला अतिथि गृह तैयार किया गया है। चार मंजिला सुधासागर रेजिडेंसी तैयार किया गया है। इसके अलावा तीन मंजिला गोशाला, प्रक्षालगृह के अलावा तीर्थ क्षेत्र में अंडरपास पार्किंग सहित अनेक निर्माण किए गए हैं।
100 कमरों का आधुनिक भवन बनेगा
अतिशय क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष हुकुम जैन काका ने बताया कि आने वाले समय में सुविधाओं का और विस्तार किया जाएगा। इसके तहत निर्माणाधीन 100 कमरों का नया आधुनिक भवन 50 गुणा 52 वर्ग फीट का, 3658 वर्ग फीट में भूगर्भ का विस्तार किया जाएगा। इसके बाद 600 से 700 श्रद्धालु भूगर्भ में भगवान आदिनाथ के एक साथ दर्शन कर सकेंगे।
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