समाज के मंत्री ललित जैन सेठी और राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मानित सुरेश झाझंरी ने कोडरमा समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व किया। पूरे झारखंड के जैन समाज के हजारों लोग यहां पर एकत्रित हुए, मौन जुलूस के रूप में शांतिपूर्वक चलते हुए पूरे नगर का भ्रमण किया और उपायुक्त कार्यालय में पूरे झारखंड समाज के प्रतिनिधि मंडल ने संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा। झारखंड के कोडरमा, गिरिडीह, रांची, धनबाद, चतरा, चौपारण, इटखोरी , कतरास, हजारीबाग देवघर, रामगढ़ ,झरिया, महि जाम, गोमिया, पेटरवार ,समाज के हजारों जैन धर्म के अनुयाई इस रैली में शामिल हुए।
इस रैली में शामिल होने के लिए पूरे झारखंड के लोग सुबह से ही गिरिडीह पहुंचने लगे। गिरिडीह से पंजाबी समाज , अन्य कई समाज के लोगों ने इस रैली में भाग लिया और जैन समाज के लोगों का समर्थन किया।
जैन धर्म के लोगों का कहना है कि सम्मेद शिखर पर्वत किसी भी परिस्थिति में पर्यटन क्षेत्र स्वीकार नहीं होगा ।
यह तीर्थ क्षेत्र पूरे भारतवर्ष विश्व के करोड़ों जैन धर्मावलंबियों की आस्था और संस्कृति का केंद्र है ।
हम निवेदन करते हैं कि हमारी भावनाओं को झारखंड के मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पास पहुंचाया जाए। और इसे धार्मिक अहिंसक पवित्र तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए। पूरे भारतवर्ष में सभी शहरों में इसका विरोध हो रहा है, निवर्तमान पार्षद पिंकी जैन ने कहा कि जैन समाज सभी धर्मों का सम्मान करती है सत्य शांति और अहिंसा मैं ही विश्वास रखती है राष्ट्र निर्माण में जैन समाज का बहुमूल्य योगदान रहता है।
हम सभी झारखंड भारतवर्ष के जैन समाज के लोग निवेदन करते हैं कि जैन धर्म का सर्वोच्च तीर्थ सम्मेद शिखर पारसनाथ को जैन धर्म के अनुरूप ही पवित्र तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए जिससे धर्म क्षेत्र की मर्यादा और गरिमा विद्यमान रह सके।
इस मौके पर जैन समाज के उप मंत्री नरेंद्र झाझंरी, उपाध्यक्ष कमल जैन सेठी, सुरेश सेठी, मनीष सेठी, जैन महिला समाज की अध्यक्ष नीलम सेठी, मंत्री आशा गंगवाल ,किरण ठोलिया, प्रेम झाझरी, सोना शेट्टी, दिव्या छाबड़ा, बबीता जैन, सीमा जैन, अलका शेट्टी,उषा कासलीवाल, मुकेश सेठी, टुन्नूअजमेरा, सुशील काला ,ममता काला, अजय गंगवाल, संजू ठोलिया, आदि सैकड़ों लोग शामिल थे। यह सभी जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी नवीन जैन राजकुमार अजमेरा ने दी।
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