समाचार

1,000 वर्ष पुरानी भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का अभिषेक: भूगर्भ से प्रकटित हुई थी प्रतिमा

सारांश

जयपुर समेत आसपास के दिगम्बर जैन मंदिरों में भगवान आदिनाथ के मोक्ष कल्याणक पर अभिषेक के बाद शांतिधारा की गई। निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। मनीष गोधा की खबर विस्तार से।

जयपुर। जैन धर्म के प्रवर्तक एवं प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का मोक्ष कल्याणक महोत्सव शुक्रवार को भक्तिभाव से मनाया गया। जयपुर शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा- अर्चना के विशेष आयोजन किए गए और मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाया गया।

निर्वाण काण्ड भाषा का सामूहिक उच्चारण

राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि प्रातः मंदिरों में भगवान आदिनाथ के अभिषेक के पश्चात जयकारों के बीच मंत्रोच्चार से विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए शांतिधारा की गई। तत्पश्चात अष्ट द्रव्य से पूजा- अर्चना के दौरान निर्वाण काण्ड भाषा के सामूहिक उच्चारण के बाद भगवान ऋषभदेव के मोक्ष कल्याणक श्लोक-“माघ चतुर्दशी कृष्ण की, मोक्ष गये भगवान। भवि जीवों को बोधिके, पहुंचे शिवपुर जान।।”

का सामूहिक रूप से उच्चारण कर जयकारों के साथ अर्घ्य के साथ निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। कार्यक्रम का भगवान ऋषभदेव की महाआरती के साथ समापन हुआ।

शांतिनाथ जी की खोह में भी आयोजन

श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र शांतिनाथ जी की खोह में जैन धर्म के प्रवर्तक एवं प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का मोक्ष कल्याणक दिवस मनाया गया। इस मौके पर राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा, समाज श्रेष्ठी मनोज सोगानी एवं जैन सोश्यल ग्रुप मेट्रो जयपुर के अध्यक्ष कमल वैद के नेतृत्व में भूगर्भ से प्रकटित 1,000 वर्ष प्राचीन भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के जल, चंदन, दुग्ध,घृत,अनार रस,केला रस, अंगूर रस, पपीता रस, सेव रस, अन्नानास रस,श्रीफल जल आदि से पंचामृत अभिषेक किये गये। शांतिधारा के बाद भगवान की पूजा अर्चना की गई। पूजा के दौरान निर्वाण काण्ड भाषा का सामूहिक उच्चारण कर जयकारों के बीच मंत्रोच्चार के साथ निर्वाण लाडू चढाया गया। महाआरती के साथ समापन हुआ।इस मौके पर समाज श्रेष्ठी कैलाश चन्द माणक चन्द ठोलिया सहित कई गणमान्य श्रेष्ठीजन उपस्थित थे।

इन दिगम्बर जैन मंदिरों में भी कार्यक्रम

इसके साथ ही दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पद्मपुरा में आचार्य विवेक सागर महाराज ससंघ के सान्निध्य में विशेष आयोजन किया गया और निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। एस एफ एस, त्रिवेणी, सूर्य नगर, चूलगिरी,जग्गा की बावड़ी, आदिनाथ बख्शी जी, दुर्गापुरा,सेठी कालोनी, श्योपुर आदि दिगम्बर जैन मंदिरों में भगवान का निर्वाणोत्सव मनाया जाकर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि रात्रि में महाआरती के बाद भक्तामर स्तोत्र अनुष्ठान के पाठ किए गए।

आप को यह कंटेंट कैसा लगा अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
+1
0
+1
0
+1
0

About the author

Shreephal Jain News

Add Comment

Click here to post a comment

You cannot copy content of this page

× श्रीफल ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें