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आर्यिका आर्षमती माता जी के सानिध्य में जैन विद्यार्थियों का हुआ सम्मान: दिल्ली में अंबाह, पोरसा सहित देशभर से पहुंचे जैन विद्यार्थी


अखिल भारतीय जैन समाज के घटक दिगंबर-श्वेतांबर समुदाय के देशभर के 4 सौ से अधिक प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान रविवार को दिल्ली में समाधिस्थ आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज की प्रेरणा से आर्यिका आर्षमती माता जी के सानिध्य में किया गया। पढ़िए अंबाह से अजय जैन की खबर…


अंबाह। अखिल भारतीय जैन समाज के घटक दिगंबर-श्वेतांबर समुदाय के देशभर के 4 सौ से अधिक प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान रविवार को दिल्ली में समाधिस्थ आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज की प्रेरणा से आर्यिका आर्षमती माता जी के सानिध्य में किया गया। इसमें मुरैना जिले से छात्र-छात्राएं भी सम्मान हुईं। आयोजन में खास बात यह रही कि जैन समाज के सभी घटकों के छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया. जिसका आयोजन ज्ञानार्ष भक्त परिवार ने किया। रविवार सुबह दिगंबर-श्वेतांबर सहित सभी जैन समुदाय के प्रतिभाशाली विद्यार्थी एक मंच पर एकत्रित हुए। कार्यक्रम में अतिथि मप्र भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में विभिन्न परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले एवं विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं में चयनित विद्यार्थियों का मेडल, ट्रॉफी, प्रशंसा पत्र एवं शैक्षणिक सामग्री देकर सम्मान किया गया।

मुरैना क्षेत्र का गौरव विश्व भर में बढ़ाया

समारोह में आशीष अग्रवाल ने कहा कि जिन महान संत की प्रेरणा से हम यह आयोजन कर रहे हैं। आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज ने संपूर्ण मुरैना क्षेत्र का गौरव विश्व भर में बढ़ाया। इस दौरान समारोह में सम्मिलित होने वाले सभी विद्यार्थियों को मार्ग व्यय के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, पदक, बैग, पैन, डायरी, शील्ड,बहुरंगी स्मारिका आदि देकर सम्मानित किया गया।

आर्यिका आर्षमती माता जी ने कहा कि सभी आगे बढ़ें और खूब पढ़ें। इसके लिए ज्ञानार्ष भक्त परिवार आपके साथ है। किसी भी स्टूडेंट की पढ़ाई में आर्थिक बाधा नहीं आए इसके लिए ज्ञानार्ष भक्त परिवार ने जरूरतमंद बच्चों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। माता जी ने कहा कि जिन बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक परेशानी आ रही हो, वे जरूर संपर्क करें।

दूसरों पर ध्यान देना प्रेम

उन्होंने कहा दूसरों पर ध्यान देना प्रेम और स्वयं पर ध्यान देना ध्यान है। इसलिए स्वयं से प्रेम करते हुए सभी को एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. आपके कारण किसी को कष्ट न हो, इसका सदैव ध्यान रखना चाहिए।

उत्साह दोगुना हो जाता है

मप्र भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कार्यक्रम को एक गौरवान्वित क्षण कहा। उन्होंने कहा कि जो बच्चे अच्छा कर रहे हैं। उनको जब सम्मान मिलता है तो उनका उत्साह दोगुना हो जाता है। स्टूडेंट किसी भी क्षेत्र में जाना चाहें। वहां पर वे बेस्ट देने की कोशिश करें और अपने होने का लोगों को एहसास कराएं।

एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए भी मेहनत जरूरी

जैन समाज के छात्र सफल हो कर नासा और इसरो जैसे संस्थान में पहुंच कर अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं। वर्तमान समय में अधिकतर स्टूडेंट्स डॉक्टर, इंजीनियर बनना चाहते हैं, लेकिन स्टूडेंट्स को एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए भी मेहनत करना चाहिए. क्योंकि आज जितने भी सफल लोग हैं, उनके पीछे शिक्षकों का ही हाथ है।

आचार्यश्री ने 20 वर्ष तक कार्यक्रम किया

आयोजकों ने बताया कि जैन समाज के होनहार बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गुरुदेव आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज प्रति वर्ष प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित कराते थे। आचार्य श्री ने लगभग 20 वर्ष तक कार्यक्रम आयोजित किया।

यह चौथा सौपान है

गुरुदेव की समाधि के बाद उनकी अंतिम दीक्षित शिष्या आर्षमति माताजी के आशीर्वाद से अखिल भारतीय ज्ञानार्ष भक्त परिवार पिछले 3 वर्षों से निरन्तर आचार्य ज्ञानसागर अखिल भारतीय प्रतिभा सम्मान समारोह कर रहा हैं। यह चौथा सौपान है।

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