अ.भा.जैन पत्र संपादक संघ का पांच दिवसीय अधिवेशन संपन्न
पारसनाथ.डॉ अखिल बंसल । अखिल भारतीय जैन पत्र संपादक संघ का 17वां राष्ट्रीय अधिवेशन पूज्य आचार्य श्री प्रमुख सागर जी की स्वर्ण जयंती एवं संयम दिवस के अवसर पर 72 पिच्छीधारी चतुर्विध संघ के पावन सान्निध्य में तीर्थराज सम्मेद शिखरजी में 11 से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्वत् संगोष्ठी व तीर्थ वंदना भी हुई।
समारोह की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन एडवोकेट-अलीगढ़ ने की। संगठन के महामंत्री डॉ.अखिल बंसल के अनुसार पांच दिवसीय इस समारोह में डॉ. राजमल कोठारी (इसरो) अहमदाबाद, डॉ.एस.के. जैन इन्दौर, डॉ.चिरंजीलाल बगड़ा (संपादक-दिशाबोध), कोलकाता, डॉ. बी.एल.सेठी जयपुर, जिनेन्द्र जैन दिल्ली, डॉ. शरदचंद्र नांदेड़, डॉ. रीना अनामिका मुंबई, डॉ. मीना जैन उदयपुर, दिनेश दगड़ा (संपादक, जैन जनवाणी) कोलकाता, डॉ. राजीव प्रचण्डिया अलीगढ़, डॉ. सुशील जैन कुरावली, अनुपमा जैन हावड़ा ,डॉ. अल्पना जैन मालेगाव, डॉ.ऋषभ जैन ललितपुर, मयंक जैन अलीगढ, योगेन्द्र जैन दिल्ली, डॉ.मनोज जैन निर्लिप्त-अलीगढ, पं.विजयकुमार जैन मुम्बई, कमल हाथीशाह भोपाल आदि विद्वानों ने दिए गये विषयों पर विवेचना प्रस्तुत की।
स्थानीय पत्रकारों के साथ जी.डी.जैन व तुषार जैन अलीगढ़ की भी उपस्थिति रही। 13 अक्टूबर को आचार्य श्री की स्वर्ण जयंती एवं संयम महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
अंतिम दो दिन सामूहिक तीर्थवंदना का कार्यक्रम रखा गया, जिसमें अतिथियों ने तीर्थराज शिखर जी की भाव सहित वंदना की। इस अवसर पर जैन जनवाणी के संपादक दिनेश दगडा,कोलकाता को आचार्य प्रमुख सागर पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया गया। शैलेष कापड़िया किसी कारण से आ नहीं सके, अतः उन्हें बाद में पुरस्कृत किया जाएगा।
अधिवेशन के मध्य सर्व सम्मति से डॉ. चिरंजीलाल बगड़ा संपादक दिशा बोध को संगठन का चेयर पर्सन व शैलेन्द्र जैन एडवोकेट अलीगढ़ को पुनः अध्यक्ष बनाया गया। इस प्रसंग पर आचार्य प्रमुख सागर अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशन का निर्णय लिया गया, जिसके संपादन का कार्य डॉ.अखिल बंसल को सौंपा गया। संपादक मण्डल शीघ्र गठित किया जाएगा। कार्यक्रम में संपादक संघ के अतिरिक्त देश के कोने-कोने से आए भक्तों ने आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया।