यशोदय तीर्थ स्थल में भव्य पंचकल्याणक महोत्सव एवं चौबीस समवशरण विधान संपन्न होने के बाद मुनिश्री सुधासागर महाराज एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज ने प्रातःकाल मंगल विहार मड़ावरा रोड स्थित श्रीचंद्रप्रभु जिनालय की ओर किया। मुनिश्री सुधासागर महाराज के आशीर्वाद से श्री अजितनाथ बड़ा जैन मंदिर को पुनः निर्माण होना है, जो दो मंजिला भव्य पाषाण मंदिर बनेगा। सोमवार को इसका शिलान्यास होगा। पढ़िए राजीव सिंघई की रिपोर्ट…
महरौनी (ललितपुर )। यशोदय तीर्थ स्थल में भव्य पंचकल्याणक महोत्सव एवं चौबीस समवशरण विधान संपन्न होने के बाद मुनिश्री सुधासागर महाराज एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज ने प्रातःकाल मंगल विहार मड़ावरा रोड स्थित श्रीचंद्रद्प्रभु जिनालय की ओर किया, जहां मुनिसंघ के सानिध्य में भगवान का अभिषेक पूजन किया गया और प्रतिष्ठित प्रतिमाओं को विराजमान किया गया। तत्पश्चात मुनिश्री ससंघ श्री अजितनाथ बड़ा जैन मंदिर की ओर विहार करते हुए पहुंचे, जहां दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी ने उनका पाद प्रक्षालन किया।
माता-पिता पहुंचाते हैं ऊंचाइयों पर
परम पूज्य गुरुदेव तीर्थचक्रवर्ती निर्यापक श्रमण श्री सुधासागर महाराज जी ने प्रवचन में श्रावकों को अपने जीवन के उद्धार के लिए मार्ग बताते हुए कहा कि माता और पिता द्वारा कही बात आपको बुरी जरूर लगती है लेकिन वही आपके लिए अमृत हैं क्योंकि वही आपको ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं। वही आपका सही मार्गदर्शन कर सकते हैं क्योंकि जब मां-पिता अपने संतान से कहते हैं कि पढ़ाई कर लो तो बच्चे को लगता है कि मेरे अभिवभावक मुझे परेशान करते हैं। ये तो कहते नहीं कि जा बेटा, मित्रों के साथ घूम आ। लेकिन मां को ये पता है कि बच्चे का सफल जीवन अध्ययन से है, न कि खेलने में। यही हमारे जीवन में भी समझना चाहिए। गुरु हमारे जीवन को उन्नति के लिए जो भी मंत्र देते हैं, तो उनको शिरोधार्य करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को नशा से दूर रहने के लिए कहा कि नशा पतन का कारण है।
मुनि श्री से लिया आशीर्वाद
भोपाल से आये वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र जैन एवं ललितपुर के मंत्री डॉ. अक्षय टडैया, संजीव बजाज पत्रकार सहित कटनी, बीना, मौगना, भोपाल आदि समाज के प्रतिनिधियों ने मुनि श्री को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद लिया। मुनिश्री सुधासागर महाराज को आहार देने का सौभाग्य ब्रह्मचारी अभिषेक मिठया और क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज को आहार देने का सौभाग्य अजित खंजाची को प्राप्त हुआ।
वेदी निष्ठापन का हुआ कार्य
मुनिश्री सुधासागर महाराज के आशीर्वाद से श्री अजितनाथ बड़ा जैन मंदिर को पुनः निर्माण होना है, जो दो मंजिला भव्य पाषाण मंदिर बनेगा। मुनिश्री के सानिध्य में वेदी निष्ठापन का कार्य हुआ और बड़े मंदिर से सभी प्रतिमाओं को नवनिर्मित धर्मशाला में विराजमान किया गया। वेदी निष्ठापन का कार्य नरेंद्र छोटे पहलवान और उनके सहयोगियों की मदद से किया गया। सोमवार को बड़े मंदिर का शिलान्यास मुनिश्री सुधासागर जी महाराज के सानिध्य में होगा। पाषाण मंदिर के मूलनायक भगवान के मंदिर के पुण्यार्जक अजित जैन खंजाची परिवार है। कार्यक्रम का संचालन नितिन शास्त्री ने किया और आभार पंकज सिंघई ने व्यक्त किया।
Add Comment