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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह का जाना देश की पूरणीय क्षतिः जैन समाज ने मनमोहनसिंह के अतुलनीय योगदान का स्मरण किया


पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह का 92 की उम्र में निधन हो गया। उनके आकस्मिक निधन से समूचा देश शोकसंतृप्त है। इंदौर में भारत वर्षीय समग्र जैन समुदाय की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहनसिंह को विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर  उनके द्वारा किए गए अद्वितीय कार्यों का स्मरण भी किया गया। पढ़िए इंदौर से यह खबर…


इंदौर। भारत वर्षीय समग्र जैन समुदाय की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह एवं देश के वरिष्ठ अर्थशास्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है। धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने कहा कि यह देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हमने एक ऐसे विद्वान, दूरदर्शी नेता,कुशल प्रशासक और अर्थशास्त्री को खो दिया है, जिनके नेतृत्व और नीतियों ने भारत की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दिशा को नई ऊंचाइयां प्रदान की। इंदौर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ.जैनेंद्र जैन ने कहा कि डॉ. मनमोहनसिंह के शासनकाल में भारत वर्षीय ’जैन समुदाय’ को विशेष सम्मान मिला। उनके नेतृत्व में जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के प्रयासों से प्रदान किया गया। जो उनके समावेशी दृष्टिकोण और भारतीय विविधता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त 27 मई 2006 को नई दिल्ली में उन्होंने ’ब्रिटिश लाइब्रेरी में जैन पांडुलिपियों के संग्रह का उद्घाटन कर जैन संस्कृति और धरोहर के संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक योगदान दिया।

 आर्थिक सुधारों का दौर लाए डॉ.मनमोहनसिंह

डॉ. मनमोहनसिंह के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री रहते हुए आर्थिक सुधारों का जो दौर शुरू हुआ। उसने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। उनके नेतृत्व में शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए, जो आज भी हमारे देश के विकास का आधार हैं।

सादगी और समर्पण के प्रतीक थे ‘मन’

डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी, समर्पण और सेवा का प्रतीक रहा। उनके द्वारा स्थापित नीतियां और आदर्श न केवल भारत के लिए ही नहीं पूरे विश्व के लिए संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणादायक हैं। इंदौर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, डॉ. जैनेंद्र जैन, राकेश विनायका, सुशील पांड्या, हंसमुख गांधी, टीके वेद, कांतिलाल बंम, अशोक मेहता, योगेंद्र जैन, अनुरोध जैन, मयंक जैन, नरेंद्र वेद, नकुल पाटोदी, सौरभ पाटोदी, प्रदीप बडजात्या, कमल रावका, कमल जैन चैलंेजर, डीएल जैन एवं पुष्पा कासलीवाल, मुक्ता जैन, श्रीफल जैन न्यूज संपादक रेखा जैन, सारिका जैन, विजया जैन आदि ने श्रद्धांजलि दी।

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