जैन समुदाय की एक ब्रह्मचारिणी के विरुद्ध वाट्स एप ग्रुप में आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी करने के एक मामले में मोतीनगर पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज किया है। मामला चार महीने पुराना है। भाग्योदय तीर्थ अस्पताल से जुड़ी ब्रह्मचारिणी डॉ. रेखा जैन ने बीती 13 जून को मोतीनगर पुलिस थाने में शिकायती आवेदन दिया था। पढ़िए यह रिपोर्ट…
सागर। जैन समुदाय की एक ब्रह्मचारिणी के विरुद्ध वाट्स एप ग्रुप में आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी करने के एक मामले में मोतीनगर पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज किया है। मामला चार महीने पुराना है। भाग्योदय तीर्थ अस्पताल से जुड़ी ब्रह्मचारिणी डॉ. रेखा जैन ने बीती 13 जून को मोतीनगर पुलिस थाने में शिकायती आवेदन दिया था। उनका कहना था कि मेरे बारे में वाट्स एप ग्रुप सच्चे साधु-सच्चे भक्त में आपत्तिजनक कमेंट्स किए जा रहे हैं। जिसके बाद हाल ही में पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति पुनीत जैन निवासी गांधी वार्ड बीना जिला सागर और इस ग्रुप के उन सभी सदस्यों के विरुद्ध आपराधिक केस दर्ज किया है।
जिन्होंने उनके बारे में आपत्तिजनक बातें लिखीं या प्रतिक्रिया दी। मोतीनगर थाने के अनुसार चूंकि यह मामला 01 जुलाई 2024 के पूर्व का है, इसलिए इन सभी के खिलाफ भादवि की धारा 294, 500, 509, 34 के तहत गाली-गलौज, स्त्रियों के विरुद्ध अर्नगल बातें लिखने और छवि धूमिल करने का केस दर्ज किया गया है।
दमोह के हिंडोरिया में जिज्ञासा समाधान सत्र से उठा था मामला
यह सारा मामला 28 अप्रैल 2024 में हिंडोरिया दमोह में निर्यापक मुनिश्री 108 सुधासागर जी महाराज के जिज्ञासा- समाधान सत्र से शुरू हुआ। यहां उनसे वीरेश सेठ दमोह ने एक प्रश्न किया। जिसके जवाब में मुनि श्री ने सागर भाग्योदय तीर्थ क्षेत्र के कतिपय लोगों का नाम लिए अपनी बात कही। वे बोले कि मैं जरूरत पड़ने पर शस्त्र और शास्त्र लेकर सागर आऊंगा। उनके इस जवाब को वाट्स एप ग्रुप सच्चे साधु- सच्चे भक्त के कतिपय सदस्यों ने दर्ज कर ब्रह्मचारिणी रेखा जैन के संदर्भ में मानते हुए उनके बारे में आपत्तिजनक टीका-टिप्पणी की। जबकि ब्रह्मचारिणी डॉ. जैन का कहना था कि पत्रकांड के संबंध में मेरे पास अभी सुबूत हैं। महाराजजी या समाज मुझे जहां भी बुलाएंगे। मैं सभी सुबूत पेश करूंगी।
लेकिन कतिपय भक्तों ने मेरे बारे में आपत्तिजनक मैसेज विद्यासुधा ग्रुप में चलाए । इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत मैंने राष्ट्रीय महिला आयोग दिल्ली तक की। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मुझे हाईकोर्ट मप्र की शरण लेना पड़ी। जिसके बाद यह केस दर्ज किया गया । ब्रह्मचारिणी डॉ. जैन का कहना है कि मेरे द्वारा महाराजजी के खिलाफ कोई भी टिप्पणी या कमेंट्स नहीं किया गया। मात्र झूठी जानकारी महाराजजी को दी गई। जिससे महाराजजी ने उत्तेजित होकर हेट स्पीच दी।
पुलिस ने आधा दर्जन लोगों के बयान लेकर केस कायम किया
मोतीनगर पुलिस ने इस मामले में शिकायतकर्ता ब्रह्मचारिणी डॉ. रेखा जैन और बतौर साक्षी ब्रह्मचारिणी डॉ. नीलम जैन निवासी विद्यासागर कॉलोनी के बयान लिए। इसके बाद इसके बाद वाट्स एप ग्रुप सच्चे साधु-सच्चे भक्त के सदस्य यशवंत सिंघई निवासी मोहननगर वार्ड बडा बाजार, विशाल जैन, निवासी नरयावली सागर थाना नरयावली, शैलेन्द्र जैन निवासी नरयावली सागर, सपना पति सतीश जैन निवासी वर्धमान कॉलोनी सागर, पुनीत जैन निवासी गांधी वार्ड बीना, संजीव जैन ग्राम माची थाना जतारा जिला टीकमगढ़ को थाने बुलाकर उनके कमेंट्स के संबंध में बयान लिए गए। इन लोगों ने कहा कि रेखा जैन ने जैन मुनि आचार्य सुधासागर जी महाराज के बहिष्कार संबंधी पोस्ट की थी। जिसकी प्रतिक्रिया स्वरूप हम लोगों ने कमेंट किए। जांच में पाया गया कि किसी भी व्यक्ति ने गाली-गलौज नहीं की। लेकिन स्त्री की गरिमा के अनुरूप टीका-टिप्पणी नहीं की, इसलिए उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया।
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