रतलाम। परम पूज्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ एवं परम पूज्य आचार्य श्री सुंदर सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य एवं आशीर्वाद से श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा के महिला वूमेन फोरम का राष्ट्रीय महिला सम्मेलन रतलाम में स्थित शीतल तीर्थ में हो रहे राष्ट्रीय पंचकल्याणक में संपन्न हुआ। बाल ब्रह्मचारी सविता दीदी के मार्गदर्शन में ग्लोबल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमनालाल जैन हपावत व ग्लोबल वूमेन फोरम की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुजाता शाह एवं नीति आयोग की सदस्या एवं महिला सम्मेलन की मुख्य अतिथि अर्चना जैन एवं गणमान्य अतिथियों ने जिनधर्म रक्षक विदुषी डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव को जैनधर्म, संस्कृति प्राकृत-संस्कृत-हिन्दी भाषा, ब्राह्मी लिपि, कला, साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा, जीवदया-शाकाहार आदि के क्षेत्र में निरंतर कार्य करने ,नवीन संसद भवन के भूमि पूजन-उद्घाटन समारोह आदि अनेक विशेष आयोजनों में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैनधर्म का प्रतिनिधित्व करने के लिए “ग्लोबल जैन सशक्त महिला पुरस्कार” से सम्मानित किया।
जैनदर्शन के प्रसिद्ध विद्वान प्रो फूलचंद जैन प्रेमी (वाराणसी),जैनदर्शन एवं ब्राह्मी लिपि की विशेषज्ञा डॉ. मुन्नी पुष्पा जैन की सुपुत्री डॉ. इन्दु जैन ‘जिनधर्म रक्षक’ के रूप में नई पीढ़ी के हजारों बच्चों को जैनधर्म की रक्षा का संकल्प दिलवा चुकीं हैं और निरंतर देश-विदेश से हर आम्नाय के जैन बच्चे “जिनधर्म रक्षक” के रूप में निरंतर जुड़ रहे हैं । पुरस्कार के पश्चात् आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में भी डॉ. इन्दु के कार्यों को प्रशंसनीय और सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्वरूप बताते हुए निरंतर कार्य करने का आशीर्वाद दिया।
जब पुरस्कार के विषय में पूछा गया, तब अपनी अनुभूति को प्रकट करते हुए डॉ. इन्दु ने कहा कि शीतलधाम तीर्थ में तीर्थंकर आदिनाथ भगवान के दर्शन एवं गुरुदेव के मुखारविंद से आशीर्वाद पाकर मैं धन्य हूं। ग्लोबल महासभा के इस विशेष सम्मान से अभिभूत और गौरवान्वित हूं। इस आयोजन में पूरे भारत से विविध क्षेत्रों में विशेष कार्य कर रहीं ग्यारह जैन महिलाओं को सम्मानित किया जाना आज की जैन युवा शक्ति को निरंतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा ।
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