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चम्बल नदी पर आर्यिका संघ की होगी भव्य अगवानी: 25 दिसम्बर को ज्ञानतीर्थ मुरेना में होगा मंगल प्रवेश

मनोज नायक- भारत गौरव आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी ससंघ का मंगल विहार आज दोपहर धौलपुर से ज्ञानतीर्थ मुरेना के लिए होगा । आज रात्रि विश्राम शासकीय माध्यमिक विद्यालय सरायछोला में होगा। सरायछोला में ही सांयकालीन वेला में गुरुमां की संगीतमय भक्ति की जाएगी ।

धौलपुर से चम्बल नदी का पुल निकलते ही मध्यप्रदेश की सीमा प्रारम्भ हो जाती है । मध्य प्रदेश की पावन धरा पर पूज्य आर्यिका संघ की भव्य अगवानी की जाएगी । पूज्य माताजी के संघ की अगवानी के लिये श्री ज्ञानतीर्थ परिवार एवं मुरेना जैन समाज ने तैयारियां प्रारंभ करदी हैं । ज्ञानतीर्थ पर प्रथमवार एवं मध्यप्रदेश में लगभग 12 वर्षो पश्चात पूज्य माताजी का मंगलागमन हो रहा है ।

मुरेना जैन समाज के साधर्मी बन्धु बस एवं चार पहिया वाहनों द्वारा चम्बल नदी के पुल पर पहुँचकर माताजी की अगवानी करेंगे । पुरुषवर्ग सफेद परिधान, महिलाएं केसरिया साड़ी एवं बालिकाएं एक विशेष परिधान में रहेगी । धौलपुर से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही ढोल, तासे, नगाड़े एवं बैंड बाजों के साथ युवा वर्ग हाथों में पचरंगे ध्वज के साथ पूज्य आर्यिका संघ की अगवानी करेंगे ।

सौभाग्यवती महिलाएं रंगोली बनाकर, सिर पर कलश रखकर आर्यिका संघ की आरती उतारकर पाद प्रक्षालन करेंगी ।

सरायछोला से रविवार 25 दिसंबर को प्रातः 07 बजे ज्ञानतीर्थ मुरेना के लिए विहार होगा । मुरेना समाज के सभी बन्धुवर घड़ियाल केंद्र देवरी पहुँचकर पूज्य आर्यिका संघ की अगवानी करेंगे । घड़ियाल केंद्र से भव्य शोभायात्रा प्रारंभ होगी । ततपश्चात प्रातः 09 बजे पूज्य आर्यिका संघ का श्री ज्ञानतीर्थ क्षेत्र मुरेना में भव्य मंगल प्रवेश होगा ।

ज्ञातव्य हो कि परम् पूज्य सराकोद्धारक समाधिस्थ आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज की पावन प्रेरणा एवं आशीर्वाद से आगरा-मुंबई हाइवे (धौलपर रोड) पर श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन ज्ञानतीर्थ क्षेत्र का नव निर्माण हुआ है । पूज्य गणिनी आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी के पावन निर्देशन में क्षेत्र पर 01 फरवरी से 06 फरवरी तक श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं विश्व शांति महायज्ञ का विशाल एवं भव्य आयोजन होगा ।

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