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जैन धर्म में दीक्षा लेने से बड़ा कोई संस्कार नहींः मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी

जैनेश्वरी दीक्षा ग्रहण करने के पूर्व चार दीक्षार्थी ब्रह्मचारी भाई के लिए बिनौली, गोद भराई

झुमरीतिलैया (कोडरमा)@ राजकुमार अजमेरा । जैनेश्वरी दीक्षा ग्रहण करने के पूर्व चार दीक्षार्थी ब्रह्मचारी भाई के लिए बिनौली एवं गोद- भराई समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश से आए दीक्षार्थी भाई का स्वागत राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता सुरेश झाझंरी के आवास स्थान पर किया गया। परिवार के लोगों और समाज के पदाधिकारियों ने उनका मुकुट और माला पहनाकर तथा तिलक लगाकर स्वागत किया। तत्पश्चात वहां से समाज के लोग गाजे-बाजे के साथ उनको लेकर मंदिर आए।
पानी की टंकी रोड स्थित जैन मंदिर में सभी चारों दीक्षार्थियों ने राजकीय जैन संत परम तपस्वी मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी मुनिराज से आशीर्वाद प्राप्त किया, उनका चरण प्रक्षालन किया।
इस अवसर पर मुनि श्री ने अपनी अमृतवाणी में कहा कि मनुष्य जीवन का सार ज्ञान का सेवन करते हुए संयम को धारण करना है। योग मिलने के बाद भी उपयोग ना करें तो वह जीवन बेकार है। जैन धर्म में दीक्षा लेने से बड़ा कोई संस्कार पद नहीं है। आप सभी ने जिस पथ को चुना है, वही मोक्ष का मार्ग है। जैन दर्शन में जैनेश्वरी दीक्षा प्राप्त करके ही अपना आत्मकल्याण कर सकते हैं और भक्त से भगवान बन सकते हैं। दीक्षा लेने वाले सभी युवा एमबीए, सीए, इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त किए छात्र हैं जिनको जैन संत आचार्य श्री 108 गुरुदेव विशुद्ध सागर जी महामुनिराज रायपुर (छत्तीसगढ़) में मुनि दीक्षा प्रदान करेंगे। संसार की मोह- माया छोड़कर इन लोगों ने भगवान बनने के लिए अपना कदम बढ़ाया है। व्यक्तित्व सुंदर हो तो कृतित्व भी सुंदर होता है। वैराग्य वह है जिसमें व्यक्ति हृदय से भीग जाए। शुभ कार्य जितनी जल्दी हो, कर लेना चाहिए। मेरा सभी दीक्षार्थी ब्रह्मचारी भाई को बहुत-बहुत आशीर्वाद है।
कार्यक्रम का मंच संचालन कार्यक्रम के संयोजक सुरेंद्र काला और उप मंत्री नरेंद्र झाझंरी ने किया। मंगलाचरण अलका दीदी और भारती दीदी, शशि छाबड़ा ने किया। दीप प्रज्जवलन बाल ब्रह्मचारी सौरभ भैया महाराष्ट्र, बाल ब्रह्मचारी निखिल भैया, राजेश भैया ,विशाल भैया, संतोष भैया ने संयुक्त रूप से किया। सभी ब्रह्मचारी भाई एवं भोला भैया ने अपना उद्बोधन भी दिया। समाज के अध्यक्ष प्रदीप पांड्या, मंत्री ललित सेठी ने दीक्षा लेने वाले के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की और भक्त जनों को कहा कि इनके जीवन से हमें सीख लेने की आवश्यकता है। समाज के सभी लोगों ने गोद भराई का कार्य किया।
इस मौके पर समाज के सह- मंत्री राज छाबड़ा, भंडारी सुनील शेट्टी, पूर्व अध्यक्ष सुशील छाबड़ा, सुरेश झाझंरी, सुरेश सेठी, सुनील छाबड़ा, कार्यक्रम के सह संयोजक राजीव छाबड़ा, दिलीप बाकलीवाल, मनोज, रुपेश, ऋषभ, विकास पाटोदी, संजय छाबड़ा, महिला समाज की अध्यक्ष नीलम सेठी, आशा गंगवाल, किरण, मोना छाबड़ा, त्रिशला गंगवाल, उषा सेठी, किरण, अलका सेठी, उषा कासलीवाल, नेमी देवी, प्रेम, निधि जियान झांझरी आदि उपस्थित थे। यह सभी जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी राजकुमार अजमेरा, नवीन जैन ने दी है।

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