तहसील अंतर्गत वरदत्तादि ऋषिराजों की निर्वाण तथा पारसनाथ भगवान की समवशरण व दिव्यदेशना स्थली श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र (रेशंदीगिरि) नैनागिरि में अष्टान्हिका पर्व के समापन तथा होली के पावन अवसर पर नैनागिरि के बड़े बाबा पारसनाथ भगवान का अभिषेक पूजन विधान किया गया। रत्नेश जैन रागी की रिपोर्ट…
बकस्वाहा। तहसील अंतर्गत वरदत्तादि ऋषिराजों की निर्वाण तथा पारसनाथ भगवान की समवशरण व दिव्यदेशना स्थली श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र (रेशंदीगिरि) नैनागिरि में अष्टान्हिका पर्व के समापन तथा होली के पावन अवसर पर नैनागिरि के बड़े बाबा पारसनाथ भगवान का अभिषेक पूजन विधान किया गया। वहीं प्रतिवर्ष अनुसार महावीर/ पारस जलाशय में स्थित प्राचीन जल मंदिर परिसर के मानस्तम्भ में चारों दिशाओं में विराजित जिनबिम्बों का मस्तकाभिषेक तथा श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान सहित आयोजित विविध धार्मिक कार्यक्रम में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर सभी ने मस्तकाभिषेक, विधान,पूजन तथा तीर्थक्षेत्र की पावन वंदना दर्शन कर पुण्य संचय किया।
जैन तीर्थक्षेत्र नैनागिरि के मंत्री राजेश रागी व देवेंद्र लुहारी ने बताया कि इस अवसर पर जल मंदिर के मानस्तम्भ का महामस्तकाभिषेक व शांतिधारा का सौभाग्य पुण्यार्जक परिवार संतोष कुमार जय कुमार जैन बैटरी बाला सपरिवार सागर के साथ ही श्रेयांश कुमार जैन जबलपुर , सुमित जैन बैटरी सागर , विजय कुमार कोठिया देवेंद्र लुहारी सागर , शैलेंद्र जबलपुर , विकास कुमार पांडव प्रेस बण्डा सहित अनेक महानुभावों ने प्राप्त किया।
इसके पूर्व गिरिराज स्थित चौवीसी जिनालय में भगवान पारसनाथ का मस्तकाभिषेक,पूजन, विधान में सैंकड़ों महानुभावों ने सौभाग्यशाली पुण्य संचय किया , इन समस्त कार्यक्रमों को विधि-विधान से पं.अशोक कुमार जैन बम्हौरी ने सम्पन्न कराया। वहीं तलहटी स्थित बाहूबलि जिनालय परिसर में सुश्री सरला जैन दीदी दमोह (भोपाल) पुण्यार्जक परिवार के सौजन्य से अष्टान्हिका महापर्व पर नौ दिवसीय चल रहे श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन विश्वशांति महायज्ञ एवं विविध कार्यक्रमों के साथ समापन किया गया ।
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