ऐतिहासिक चतुर्मास के पश्चात संगम मति माताजी का अजमेर से विहार रविवार को
अजमेर | विद्यासागर तपोवन छतरी योजना में पिछले 4 माह से चल रहे गुरु मां संगममति माताजी का चातुर्मास के पश्चात रविवार 30 अक्टूबर को उदयपुर के लिए विहार होगा ।
अजमेर की छतरी योजना में 9 जुलाई को माताजी के भव्य मंगल प्रवेश के साथ चतुर्मास की स्थापना हुई थी। पिछले 4 माह के अंदर अभूतपूर्व धर्म प्रभावना माताजी द्वारा की गई ।
श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच अजमेर के तत्वाधान में चल रहे चातुर्मास के तहत यह मंगल विहार अजमेर से उदयपुर के लिए होगा।
विदाई की इस बेला में गुरु गुणगान के लिए विनयांजलि सभा का आयोजन 30 अक्टूबर को दोपहर 12:15 बजे से विद्यासागर तपोवन में किया गया है।
काफी सालों बाद हुआ था अजमेर में चतुर्मास
जागृति मंच के अध्यक्ष सुनील जैन ने बताया कि काफी वर्षों बाद अजमेर में किसी साधु का चातुर्मास हुआ है। संपूर्ण समाज ने इस चतुर्मास मैं गजब का उत्साह दिखाया।
जागृति मंच ने इससे पूर्व 2015 में राष्ट्र संत आचार्य पुलक सागर जी महाराज का चातुर्मास करवाया था। अनूठे आयोजनों से ओतप्रोत था चातुर्मास संगम मति माताजी का संपूर्ण चतुर्मास काफी लोकप्रिय रहा। इस चातुर्मास में अजमेर के सभी पंचायत धडे महिला मंडल पुरुष मंडल ने अपना योगदान देकर चतुर्मास को स्वर्णिम बना दिया।