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चातुर्मास धर्म प्रभावना रथ का दूसरा पड़ाव हाई लिंक सिटी में प्रारंभ : धर्म के मार्ग पर चलने के लिए अपने स्वभाव में लाएं परिवर्तन – मुनि पूज्य सागर


 अंतर्मुखी पूज्य सागर जी महाराज के चातुर्मास धर्म प्रभावना रथ का दूसरा पड़ाव बुधवार को हाई लिंक सिटी में प्रारंभ हुआ। इसमें सर्वप्रथम श्री 1008 दिगंबर महावीर जिनालय, लीड्स से जैन संस्कृति को दिखाते हुए एक भव्य जुलूस प्रारंभ होकर श्री 1008 मुनि सुब्रतनाथ जैन मंदिर, हाई लिंक सिटी की ओर बड़ी धूम धाम से निकाला गया। इस अवसर पर मुनि श्री के प्रवचन भी हुए। पढ़िए यह विशेष रिपोर्ट…


इंदौर। अंतर्मुखी पूज्य सागर जी महाराज के चातुर्मास धर्म प्रभावना रथ का दूसरा पड़ाव बुधवार को हाई लिंक सिटी में प्रारंभ हुआ। इसमें सर्वप्रथम श्री 1008 दिगंबर महावीर जिनालय, लीड्स से जैन संस्कृति को दिखाते हुए एक भव्य जुलूस प्रारंभ होकर श्री 1008 मुनि सुब्रतनाथ जैन मंदिर, हाई लिंक सिटी की ओर बड़ी धूम धाम से निकाला गया।

इसके बाद मंडप उद्घाटन पूज्य वर्षा योग धर्म प्रभावना समिति के अध्यक्ष नरेंद्र वेद और कुशल राज जैन पमपम भैया द्वारा किया गया। ध्वज स्थापना आर. के. मैना जैन रानेका द्वारा की गई।

इसी क्रम में जिनेंद्र भगवान का प्रथम अभिषेक नरेंद्र वेद द्वारा व शांति धारा प्रकाशनचंद बड़जात्या द्वारा की गई। मंगलाचरण उमंग बड़जात्या व कनिका पहाड़िया ने प्रस्तुत किया।

चित्र अनावरण नरेंद्र वेद, एम.के जैन,आर.के. जैन, कुशलराज जैन, शेखर छाबड़ा, सुभाष सेठिया द्वारा किया गया। दीप प्रज्वलन धर्मेंद्र सींकेंम, दीपक जैन, नरेंद्र वेद, कीर्ति पांडिया, डी. के. जैन, राजकुमार पाटोदी, कैलाश लुहाड़िया, रेखा संजय जैन, कमलेश जैन द्वारा किया गया।

मुनि श्री का पाद पक्षालन और शास्त्र भेंट लीड्स और हाई लिंक सकल जैन समाज द्वारा किया गया।

स्वभाव से याद किया जाता है मनुष्य 

इस अवसर पर मुनि श्री ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जैन धर्म त्याग और संयम की बात बताता है। हमारे संस्कार और हमारी संस्कृति कैसी होनी चाहिए, इसका हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए और इनमें सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है हमारा व्यवहार, स्वभाव।

धर्म के मार्ग पर चलने के अनुसार व्यक्ति अपने स्वभाव में परिवर्तन लाकर ही मोक्ष को प्राप्त कर सकता है। मृत्यु के बाद भी व्यक्ति के धन या उसके घर की चर्चा नहीं की जाती है, बल्कि उसके स्वभाव से ही उसे याद किया जाता है।

मुनिश्री ने यह भी बताया कि इस चातुर्मास के दूसरे पड़ाव में एक अगस्त से 13 अगस्त तक भक्तामर महामंडल विधान का आयोजन हो रहा है और अलग-अलग दिन अलग-अलग कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।

इन 14 दिनों के विशेष सूत्रधार हाई लिंक के अध्यक्ष महेंद्र जैन, संजय बड़जात्या और रवि सेठिया हैं। संचालन स्मिता लखावत द्वारा किया गया।

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