हमारे गुरुजनों से यही विनती है कि हमारी आने वाली पीढ़ी को धर्म और कर्म की शिक्षा के साथ उनमें तालमेल कैसे बैठे यह शिक्षा जरूर दें। बच्चों का आत्मविश्वास इतनी ऊंचाई तक पहुंचे की वह किसी भी मुश्किल...
ज्ञान की बात,आप के साथ
gyaan kee bata,aapake saath: bhagavaan aadinaath ka parichay जैन धर्म इस काल के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ हुए है । इन्हें आदिब्रह्मा,ऋषभदेव नाम से भी जाना...
आज पढ़िए, धरियावद के नवीन के विचार जैन परम्परा में अति विश्रुत भक्तामर स्तोत्र के रचयिता हैं श्री मानतुंगाचार्य .. इनका जन्म वाराणसी में...
धरियावद . अभिलाषा जैन – जैन धर्म का सबसे बड़ा मंत्र णमोकार मंत्र है । इस मंत्र की भाषा प्राकृत हैं । मंत्र अनादि निधन है । इस मंत्र का लिपिबद्ध उल्लेख सब...
आज पढ़िए, धरियावद की नैना चन्द्र प्रकाश जैन के विचार जानिए,जैन तीर्थंकरों की बात ” जैन धर्म में चौबीस तीर्थंकर होते हैं। इनकी संख्या नियत है । न...