श्रीफल जिन पाठशाला में अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज द्वारा तीर्थंकरों का विश्लेषण- पाठशाला का वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करे
कथा सागर
कहानी- खुशियों के दीप मृदुल “पुष्प”, बांसवाड़ा (राजस्थान) शहर से लगभग 10-15 किलोमीटर दूर ही ईश्वर का गांव था। गांव के एक छोर पर तालाब से कुछ...
एक दिन गुरु अपने शिष्यों के साथ घूमने जा रहे थे। रास्ते में वे अपने शिष्यों को अच्छी संगत क्या होती है समझा रहे थे । लेकिन शिष्य इसे समझ नहीं पा रहे थे। तभी...
एक बार एक भिखारी सुबह के समय अपने घर से बाहर निकला। वह एक त्यौंहार का दिन था। आज गांव में उसे बहुत भिक्षा मिलने की संभावना थी। वो अपनी झोली में थोड़े से चावल...
स्वाध्याय-11 पांच महाव्रत, पांच समिति, पञ्चेन्द्रिय निरोध, छ: (षट्) आवश्यक, शेष सात गुण 28 मूलगुणों है । इन नियमों का पालन मुनि दीक्षा और आर्यिका दीक्षा लेने...