सारांश
धरियावद में अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज एवं क्षुल्लक अनुश्रमण सागर महाराज जी की पावन उपस्थिति में भगवान आदिनाथ का मोक्ष कल्याणक महापर्व मनाया गया । विस्तार से पढ़िए पूरी ख़बर…
धरियावद में मौका था भगवान आदिनाथ के मोक्ष कल्याणक महापर्व का…इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रावकों की उपस्थिति ने धार्मिक पर्व का उत्साह दिखाया । धरियावद के आचार्य कुंथु सागर दिंगबर जैन अतिशय क्षेत्र, नसियां जी में, भगवान आदिनाथ का मोक्षकल्याण कार्यक्रम हुआ । जिसमें तीन-तीन किलो के तीन लड्डू और 51 छोटे लड्डू चढ़ाए गए । कार्यक्रम में भक्तामर विधान हुआ जिसमे 48 भगवान को समर्पित किए गए । विधान के मुख्य यजमान ममता जैन,शुभम -प्रणाली दोषी,अभिषेक दोषी थे । भक्तामर विधान में आदिनाथ भगवान की आराधना की गई ।
विभिन्न फलों के रस से किया अभिषेक
इस धार्मिक विधान में भगवान पर पूजा में 48 अर्घ चढ़ाए गए । अनेक रस जिसमें अनार,अंगुर,मौसंबी,गन्ना के रस, दूध,दही,जल,शकर आदि से भगवान का अभिषेक किया गया । भगवान आदिनाथ की पूजा और निर्वाण कांड पढ़ कर भगवान आदिनाथ को लाडू चढ़ाया गया ।
श्रावकों को मिला लड्डू चढ़ाने,शांति धारा का लाभ
लड्डू चढ़ाने का लाभ लेने वालों में संदीप सेठी गुवाहाटी, विजय वाणी छाबड़ा, किशनगढ़, शुभम प्रणाली दोसी, धरियावद, प्रदीप जी चंपावत मौजूद रहे । भगवान की शांति धारा करने का सौभाग्य ममता अशोक दोसी, अभिषेक दोसी, दीपक मोतीलाल जोधावत, प्रदीप मीठालाल चंपावत, नितिन श्रेणिक दोसी को मिला । अन्य अनेक रसों से अभिषेक करने वालों में ,राजेश सेठ, फतेहलाल जी सेठ, पवन जोधावत, रवीन्द्र डागरिया, अभिषेक दोसी, संदीप जोदावत, अभिलाषा गोवाड़िया, नरेन्द्र पचौरी, मुकेश चंपावत, महावीर डागरिया, हंसमुख गेंदमल दोसी, करणमल रमावत, संदेश सरिया, वीरेन्द्र टाली, राजू डागरिया, प्रीतम सेठ, गेंदमल दोसी. आज के मुख्य यजमान ममता शुभम अभिषेक प्रणाली दोसी रहे ।
शाम को सात बजे दीपक से भक्तामर विधान का आयोजन किया गया । पूजा के अवसर पर कैलाश पर्वत बनाकर भगवान विराजित कर लड्डू चढ़ाए थे । इस दौरान क्षुल्लक मुनि श्री अनुश्रमण सागर जी की उपस्थिति रही । इस पावन पर्व के अवसर पर अंतर्मुखी श्री पूज्य सागर जी महाराज ने अपने केश लोंच किए ।
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