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माँ मे ममता और साधुु मंे समता आवश्यक है: उपाध्यायश्री विकसन्त सागरजी महाराज


उपाध्यायश्री विकसंत सागरजी महाराज ससंघ का श्री महावीर दिगंबर जैन मन्दिर में मंगल प्रवेश हुआ। जहां कमला नगर जैन समाज ने उपाध्यायश्री का पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती कर स्वागत किया। यहॉ महाराजजी के प्रवचन बहुत ही सुन्दर व हृदय की गहराईयों को छूने वाले थे। पढ़िए आगरा शुभम जैन की पूरी खबर…


आगरा। इतनी कड़कड़ाती ठण्ड में उपाध्यायश्री विकसंत सागरजी महाराज ससंघ का कमला नगर के श्री महावीर दिगंबर जैन मन्दिर में मंगल प्रवेश हुआ। जहां कमला नगर जैन समाज ने उपाध्यायश्री का पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती कर स्वागत किया गया। उपाध्याय श्री ससंघ अष्टपद की यात्रा कर देहरादून चातुर्मास कर आया है।

युवक ने नग्नता पर प्रश्न किया

उपाध्यायश्री ने उस यात्रा का संस्मरण सुनाते हुए बताया कि कैसे पहाड़ो पर मंगल विहार करते हुए उपाध्याय संघ को एक युवक ने रोक कर नग्नता पर प्रश्न किया। जिसका विडियो पूरे देश मे वायरल हुआ, उस समय संघ ने समतापूर्वक व्यवहार कर उस युवक को समझाया और वीडियो वायरल होने के बाद तो जैसे पूरे देश मे भूचाल आ गया और सरकार ने भी तुरन्त कार्रवाई कर उस युवक को गिरफ्तार कर मुनिसंघ के सामने खडा कर दिया।

माँ में ममता और साधु मे समता 

उन्होने कहा कि माँ में ममता और साधु मे समता आवश्यक है, समता का ही परिणाम था कि उपरोक्त प्रकरण सुलझ गया। उन्होने वहां उपस्थित लोगो को संस्कारयुक्त जीवन जीने का उपदेश देते हुए कहा कि जिस पंगत में शुद्ध भोजन न हो और जिस संगत मे शुद्ध विचार न हो उसे तुरन्त छोड देना चाहिए।

मंगल प्रवचन प्रातः काल होंगे 

मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि उपाध्यायश्री विकसंत सागरजी महाराज ससंघ का मंगल प्रवास अभी कुछ दिन कमलानगर जैन मंदिर में ही रहने की संभावना है और मंगल प्रवचन प्रातः काल 8.00 बजे से होंगे। इस अवसर पर आगरा दिगम्बर जैन परिषद के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन, मंत्री पवन जैन, मनोज जैन बांकलीवाल, अनिल जैन एफसीआई, पी के जैन, रमेश जैन राशन, नरेश जैन समस्त अनेक भक्त मौजूद रहे। धर्मसभा का संचालन अनुज जैन क्रान्ति ने किया।

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