मुनि श्री सिद्धसागर जी महाराज के अनुसार आचार्यश्री विशुद्धसागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश होने जा रहा है। महाराष्ट्र राज्य की राजधानी महानगरी मुंबई विशुद्धमय होगी। मुंबई शिरसाड में 28 फरवरी से 5 मार्च 2025 तक पंचकल्याणक महोत्सव है। आचार्यश्री के साथ 25 मुनिराजों का भी मंगलप्रवेश होगा। पढ़िए मुंबई से अभिषेक पाटील की यह खबर…
मुंबई। आचार्यश्री विशुद्धसागर महाराज जी के शिष्य मुनि श्री सिद्ध सागर महाराज जी ने कहा कि 19 फरवरी से आचार्य श्री विशुद्धसागर महाराज जी का मंगल विहार मुंबई के अनेक स्थानों पर होगा। आचार्यश्री विशुद्धसागर जी सहित 25 मुनिराजों का पंढरपुर से मुंबई की ओर विहार शुरु हुआ था। उन्होंने कहा कि जैन मुनि पद विहार करते हैं। जैन मुनि अहिंसा व्रत का पालन करते हैं। जैन मुनि, भीषण गर्मी में भी नंगे पैर लंबी-लंबी यात्राएं पैदल करते हैं। जैन मुनि, परिग्रह त्याग करते हैं। आचार्य श्री विशुद्धसागर महाराज जी ससंघ का सिरसाड़ मुंबई पंचकल्याणक के लिए विहार शुरू है। मुंबई सिरसाड़ में 28 फरवरी से 5 मार्च 2025 तक पंचकल्याणक है।
आचार्य श्री का मुंबई प्रवास का कार्यक्रम इस प्रकार है
18फरवरी का रात्रि विश्राम धर्मनाथ जैन मंदिर जी चौक में हुआ। 19 फरवरी की आहार चर्या आयुष रिसोर्ट जैन मंदिर शेडूंग से हुई। 19 फरवरी की शाम को भव्य मंगल प्रवेश पनवेल में हुआ। 20 फरवरी की आहार चर्या दिगंबर जैन मंदिर, खारघर नवी मुंबई में होगी। 20फरवरी को रात्रि विश्राम वाशी में 21 फरवरी को आहार चर्या एरोली, 21 फरवरी को रात्रि विश्राम कांजुर मार्ग, 22 फरवरी को आहार चर्या साकीनाका, 23 फरवरी को आहार चर्या गोरेगांव, 23 फरवरी को रात्रि विश्राम मलाड, 24 फरवरी को आहार चर्या मलाड, 24 फरवरी को रात्रि विश्राम बोरीबली, 25 फरवरी को आहार चर्या बोरीवली, 25 फरवरी को रात्रि विश्राम बोरीवली, 26 फरवरी को आहार चर्या भयंदर, 28 फरवरी को सुबह भव्य मंगल प्रवेश पंचकल्याणक महोत्सव और दीक्षा स्थली सिरसाड़ मुंबई में होगा।
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