आचार्य श्री विशद सागर जी महाराज ससंघ का मड़ावरा में मंगल प्रवेश हुआ। नगर के समाजजनों ने उनकी भव्य अगवानी की। जगह-जगह और घर-घर पाद प्रक्षालन किया गया। आचार्य श्री संघ को श्रीफल भेंट किए गए। मड़ावरा से प्रियंक सर्राफ की यह खबर…
मड़ावरा(ललितपुर)। वर्णी नगर मड़ावरा में 25 वर्ष पहले ऐतिहासिक चतुर्मास कर चुके क्षमामूर्ति आचार्यश्री विशदसागर जी महाराज सहित मुनिश्री विशाल सागर जी, मुनिश्री विशुभ सागर जी, मुनिश्री विलक्ष्य सागरजी, मुनिश्री विभोर सागर, क्षुल्लक श्री विपिन सागरजी, आर्यिका श्री भक्ति भारती, क्षुल्लिका वात्सल्य श्री भारती माता जी का गुरुवार को कस्बा मड़ावरा में आगमन हुआ।
गाजे-बाजे से हुई अगवानी
सकल दिगंबर जैन समाज ने कस्बे की सीमा से गाजे-बाजे के साथ भव्य अगवानी की। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
नगर सीमा पर पहुंचे समाजजन
मड़ावरा में आचार्य संघ के आगमन की जैसे ही शुभ सूचना प्राप्त हुई। यहां के सकल जैन समाज में खुशियां छा गईं। पूज्य आचार्य संघ की अगवानी के लिए महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग कस्बे की सीमा पर आचार्य संघ की मंगल अगवानी के लिए पहुंचने लगे।
गूंजे जय-जय गुरुदेव के जयकारे
जैसे ही आचार्य संघ ने कस्बा क्षेत्र की सीमा में कदम रखा श्रद्धालुओं ने ‘जय-जय गुरुदेव’ के जयकारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। मंगल अगवानी में डीजे की मधुर धार्मिक स्वर लहरियों पर युवा वर्ग आगे-आगे जय ₹कारे लगाते हुए चल रहा था। वहीं नन्हे-मुन्ने बच्चे दिव्यघोष बजाते हुए चल रहे थे।
घर-घर हुआ आचार्य संघ का पाद प्रक्षालन
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने आचार्य संघ का अपने-अपने घरों के सामने पाद प्रक्षालन किया। आचार्य संघ के विद्या विहार प्रांगण पहुंचने पर संघ का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य भामाशाह डॉ.विरधी चंद्र परिवार को प्राप्त हुआ।
आचार्य श्री को श्रीफल किए भेंट
सकल दिगम्बर जैन समाज मड़ावरा के श्रद्धालुओं ने आचार्य संघ को श्रीफल भेंटकर आगामी दिनों में होने वाले वर्णी नगर मड़ावरा में समवशरण महामंडल विधान में सानिध्य प्रदान करने का निवेदन किया।
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