श्रीमहावीरजी. मनीष गोधा । भूगर्भ से प्रकट हुई भगवान महावीर की अतिशयकारी मूंगावर्णी प्रतिमा के अतिशय से विकसित हुए श्रीमहावीरजी अतिशय क्षेत्र में इस शताब्दी के पहले महामस्तकाभिषेक समारेाह व भगवान महावीर की खडगासन प्रतिमा तथा नवनिर्मित चौबीसी का भव्य पंचकल्याण महोत्सव का शुभारम्भ गुरूवार से होगा।
वात्सल्य वारिधि परमपूज्य आचार्य श्री वर्धमानसागर जी महाराज के सान्निध्य मंे करीब 24 वर्ष बाद होने जा रहे इस भव्य आयोजन की सभी तैयारियंा पूरी कर ली गई हैं और पूरा श्रीमहावीरजी क्षेत्र भगवान महावीर की भक्ति के रंग में रंगा नजर आ रहा है। 24 नवम्बर से 4 दिसंबर तक चलने वाले इस महामहोत्सव में जयपुर सहित पूरे विश्व से लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे और श्रद्धालुओ का आगमन क्षत्र पर शुरू हो गया है।
घट यात्रा एवं ध्वजारोहण से होगा पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ -मुख्यमंत्री करेंगे ध्वजारोहण
21 वीं सदी का भगवान महावीर के प्रथम महामस्तकाभिषेक महामहोत्सव का राजस्थान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ध्वजारोहण कर शुभारंभ करेंगे। इससे पूर्व कटला प्रांगण से विशाल घटयात्रा जुलूस निकाला जाएगा।
प्रबंधकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के अन्तर्गत गठित भगवान महावीर महामस्तकाभिषेक महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल एवं महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि 24 से 28 नवम्बर तक आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में भगवान महावीर की 24 फीट ऊंची खडगासन प्रतिमा सहित परिकरयुक्त चौबीसी एवं कमल मंदिर की नवग्रह अरिष्ट निवारक जिनालय प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा होगी।
प्रतिष्ठाचार्य संहितासूरी पं.हसमुख जैन धरियावद एवं पं.मुकेश जैन मधुर के निर्देशन में आयोजित इस पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में गुरुवार 24 नवम्बर को ध्वजारोहण एवं गर्भ कल्याणक की क्रियाएं होगी। प्रातः कटला प्रांगण से विशाल घटयात्रा जुलूस निकाला जाएगा जो पाण्डाल में जाकर सम्पन्न होगा। मण्डप उदघाटन, चित्र अनावरण,दीप प्रज्ज्वलन, मंगलकलश स्थापना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रातः 11.30 बजे मुख्य ध्वजारोहण से पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ किया जाएगा। इस मौके पर काफी टेबल बुक एवं महामस्तकाभिषेक स्मारिका का विमोचन भी मुख्य मंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया जाएगा।
महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल एवं कार्याध्यक्ष विवेक काला के मुताबिक गुरुवार को प्रातः 6 बजे नांदी मंगल ,गुरु पाद पूजा, घट यात्रा, भूमि शुद्धि, इन्द्र ध्वज,स्थम्भारोपण, मण्डप उदघाटन, चित्र अनावरण,दीप प्रज्ज्वलन, मंगल कलश स्थापना, आचार्य निमंत्रण के बाद ध्वजारोहण किया जाएगा। दोपहर में सकलीकरण, इन्द्र प्रतिष्ठा, श्री जिनाभिषेक के बाद संगीतमय याग मण्डल विधान पूजा होगी।
दोपहर 2.30 बजे से गर्भ कल्याणक एवं अन्तरंग क्रिया,गर्भावतरण, गर्भ कल्याणक पूजा होगी। सायंकाल 4.15 बजे माता का आगमन, गोद भराई उत्सव के बाद महाराजा सिद्धार्थ का राजभवन में आगमन, उदघाटन, राज सभा की क्रियाएं होगी। सायंकाल 6.30 बजे से महाआरती के बाद रात्रि में गर्भ कल्याणक के नाटकीय दृश्य प्रस्तुत किए जाएंगे।
इसी दिन वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चन्द्र छाबड़ा द्वारा लिखित चांदन के बाबा पुस्तक के नवीनतम अंक का विमोचन भी किया जाएगा।इस मौके पर उद्योग एवं देव स्थान मंत्री शकुन्तला रावत सहित कई राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य श्रेष्ठीजन उपस्थित रहेंगे।
25 नवम्बर को जन्म कल्याणक
महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि शुक्रवार,25 नवम्बर को जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। प्रातः तीर्थंकर बालक का जन्म, जन्मोत्सव के बाद प्रवचन सभा होगी। तत्पश्चात सुमेर पर्वत हेतु जन्माभिषेक शोभा यात्रा रवाना होगी। प्रातः 11.00 बजे 1008 कलशों से इन्द्रों द्वारा जन्माभिषेक किया जाएगा। दोपहर 2.30 बजे से जन्म कल्याणक पूजा, हवन होगा। सायंकाल महाआरती के बाद शास्त्र सभा होगी। रात्रि में पालना महोत्सव में तीर्थंकर बालक को झुलाया जाएगा।
प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि रात्रि में वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्धमान सागर महाराज के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी।
28 को नवीन वेदी में विराजमान होंगे भगवान
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष राज कुमार कोठ्यारी के मुताबिक शनिवार 26 नवम्बर को तप कल्याणक महोत्सव, रविवार 27 नवम्बर को केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव तथा सोमवार 28 नवम्बर को मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। पूर्णाहुति के बाद नवीन वेदी में भगवान को विराजमान करेंगे। दोपहर में भगवान महावीर की खडगाहन प्रतिमा एवं चौबीसी प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक होगा।
प्रतिदिन होंगे ये कार्यक्रम
प्रतिदिन प्रातः 9.00 बजे आचार्य श्री के मंगल आशीर्वचन होंगे। सायंकाल महाआरती, शास्त्र सभा के बाद रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। भगवान महावीर के जीवन चरित्र पर प्रदर्शनी लगाई जा रही है। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का पूरा सहयोग महोत्सव एवं श्री महावीर जी के विकास में मिला है।
ये पुर्ण्याजक बने है माता-पिता और इंद्र-इंद्राणी
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के गौरवशाली पात्रों में भगवान के माता पिता का पुण्यार्जन किरण देवी -राजकुमार सेठी, सौधर्म इन्द्र रोहन-अमिता कटारिया, चक्रवर्ती राजा सुरेश -शान्ता पाटनी, धनपति कुबेर दीपक-विनिता सेठी, यज्ञनायक श्रीपाल -कुसुम चूड़ीवाल, ईशान इन्द्र राजेश -विमला शाह, सनत कुमार इन्द्र पवन -प्रीति गोधा, माहेन्द्र इन्द्र तीर्थेश -प्रियंका छाबड़ा, राजा श्रेणिक अंकित -नैना पाटनी, ब्रह्म इन्द्र महेन्द्र कुमार -अंजना धाकडा, ब्रह्मेत्तर इन्द्र अनिल -अंजना जैन ने किया है।
भव्य पांडाल बन कर तैयार
28 नवंबर के उपरांत 4 दिसंबर तक महामस्तकाभिषेक का भव्य कार्यक्रम और कई धार्मिक आयोजन होंगे। इसके लिए 5 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था के लिए 34 हजार स्कायर फीट में भव्य पंडाल बनकर तैयार हो चुका है।
महामस्तकाभिषेक
भूगर्भ से प्रकटी मूल प्रतिमा का अभिषेक किया 27 नवम्बर को होगा। प्रथम दिन मुख्य कलश सौधर्म इंद्र आदि के द्वारा किए जाएंगे दूसरे दिन पंचकल्याणक के इंद्रादि अभिषेक करेंगे। तीसरे दिन समस्त समाजजनों की तरफ से कलशाभिषेक किए जाएंगे।
700 साल पहले खुदाई में निकली थी भगवान महावीर की प्रतिमा
करीब 700 साल पहले खुदाई में भगवान महावीर की पाषाण प्रतिमा प्रकट हुई थी। कथा के अनुसार एक गाय अपने घर से प्रतिदिन सुबह घास चरने निकलती थी और शाम को घर लौट आती थी। लेकिन फिर ऐसा होने लगा कि जब गाय घर लौटती थी तो उसके थन में दूध नहीं होता था। इससे परेशान होकर उसके मालिक चर्मकार ने सुबह गाय का पीछा किया तो पाया कि एक विशेष स्थान पर वह गाय अपना दूध गिरा देती थी। यह चमत्कार देखने के लिए चर्मकार ने टीले की खुदाई की तो भगवान महावीर अतिशयकारी मूंगावर्णी प्रतिमा प्रकट हुई। अतिशय उद्भव से प्रभावित होकर ही बसवा निवासी अमरचंद बिलाला ने करीब 450 साल पहले मंदिर बनवाया।
यह रहेंगी व्यवस्थाएं
निगरानी – 208 सीसीटीवी कैमरे। मंदिर ट्रस्ट ने ये कैमरे मंदिर सहित विभिन्न जगहों पर लगा रखे हैं। वीडियोग्राफी एवं ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे।
पानी- 11 जगह प्याऊ रहेगी। मंदिर परिसर और कस्बे में मंदिर ट्रस्ट की 9 प्याऊ पहले से है। दो अस्थाई प्याऊ और लगाई गई है।
सफाई – 75 कर्मचारी व्यवस्था में। मंदिर ट्रस्ट में 60 सफाई कर्मचारी स्थायी है। 15 पंचायत से लगाए हैं। चार वाहनों से कचरा उठाया जाएगा।
बिजली – 24 घंटे बिजली सप्लाई रहेगी। 4 निजी व 7 सरकारी ट्रांसफार्मर हैं। ट्रस्ट के पास 8 जेनरेटर व सोलर सिस्टम है। 5 नए जेनरेटर मंगवाए हैं। रोडवेज बस स्टैंड, देवनारायण चौराहा, बाजार में हाई मास्ट लाइट लगाई गई है।
सुरक्षा – 800 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। मेले में सुरक्षा के लिए 600 पुलिस के जवान रहेंगे। मंदिर ट्रस्ट के 200 सिपाही एवं स्वयंसेवक सुरक्षा के लिए मौजूद रहेंगे।
रोडवेज ने किए अतिरिक्त इंतजाम – यहां तक आने के लिए राजस्थान परिवहन निगम की ओर से जयपुर सहित विभिन्न शहरों से 30 अतिक्ति बसों की व्यवस्था की गई है।
रेलवे – श्रीमहावीरजी रेलवे स्टेशन तक 10 नियमित ट्रेनें है। 23 नवंबर से 4 दिसंबर तक 6 ट्रेनों का अस्थायी ठहराव दिया है गया है। रेलवे स्टेशन के बाहर से जैन मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर तक लाने व ले जाने के लिए हर ट्रेन के समय निशुल्क बस की सुविधा है।
पार्किंग – मुख्य मंदिर से 500 मीटर दूर महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल के 5 बीघा खेल मैदान में, मंदिर से 300 मीटर दूर रोडवेज बस स्टैंड के पास 3 बीघा में, मुख्य मंदिर से 800 मीटर दूर शांति वीरनगर के पास 2 बीघा भूमि पर पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।
धर्मशाला-ट्रस्ट की 10 धर्मशाला, 11 निजी लॉज व होटल यहां है। इनमें 6 से 7 हजार यात्री ठहरेंगे। कमरों का किराया 80 रुपए से 3 हजार रुपए तक हैं।
सांसद ने लिया तैयारियों का जायजा
करौली-धौलपुर सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने मंगलवार को श्रीमहावीरजी में भगवान महावीर स्वामी के दर्शन किए। इसी के साथ श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी मन्दिर कमेटी अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल, एसडीएम सुरेश कुमार हरसोलिया सहित पुलिस अधिकारियों से 24 नवम्बर से शुरू हो रहे महामस्ताभिषेक प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजन को लेकर समीक्षात्मक चर्चा की। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर एसडीएम से चर्चा कर आवश्यक निर्देश भी दिए।