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लाखो भक्त पहँुचे भगवान आदिनाथजी के चरणो मेंः नांदणी की पावन धरा हुई विशुद्धमय 


जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी नांदणी के द्वारा न भूतो न भविष्यति, नांदणी जिन बिम्ब पंचकल्याण का भव्य आयोजन किया गया। भगवान आदिनाथजी के चरणो में नांदणी की पावन धरा विशुद्धमय हुई। यहाँ लाखों की संख्या में भक्त पहँुचे। पढ़िए नांदणी की पूरी खबर…


नांदणी। (महाराष्ट्र) अध्यात्म सरोवर के राजहंस, शताब्दी देशना चर्या-चर्या शिरोमणी, दिगंबराचार्य श्री विशुद्धसागर महाराज जी के शिष्य विचित्र बाते प्रणेता मुनि श्री सर्वार्थसागरजी महाराज जी ने बताया की संपूर्ण भारतभर से लाखों भक्त समाज जन नांदणी पंचकल्याणक के लिये पधारे हैं।

दृश्यावली आकर्षण का केन्द्र

धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि नांदणी वृषभांचल पर आकर्षक विद्युत से साज-सज्जा की गई है। जगह जगह पर स्वागत द्वार और भव्य सभा मंडप का नजारा देखने जैसा हैं। जो आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यहॉ जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी द्वारा न भूतो न भविष्यति, नांदणी पंचकल्याण का आयोजन हुआ। भगवान आदिनाथजी भगवान के दर्शन हेतु लाखों भक्त यहाँ पहँुच रहे हैं। नांदणी की पावन धरा विशुद्धमय हो गई हैं। नांदणी में जगह-जगह गुंज रहा हैं ‘नमोस्तु शासन जयवंत हो‘ का नारा। अध्यात्म सरोवर के राजहंस, चर्या शिरोमणी, दिगंबराचार्य श्री विशुद्धसागर महाराज जी की जय-जयकार हो रही हैं।

श्रावक-श्राविकाओं को दर्शन लाभ

नांदणी पंचकल्याण महोत्सव के श्री अभिषेक अशोक पाटील ने बताया की नांदणी पंचकल्याण में हर दिन लाखो भक्त आ रहे हैं, जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी द्वारा संपूर्ण आयोजन परिपूर्ण व्यवस्था की गई हैं। बाहर से पधारे हुये श्रावक-श्राविकाओं को एक साथ सभी 8 आचार्य भगवन और मुनीराजों के दर्शन का लाभ मिल रहा है ,जिससे नांदणी में जैन एकता का दर्शन सभी को हो रहा हैं।

उत्तर-दक्षिण का मेल हो रहा 

दक्षिण भारत और उत्तर भारत के सभी साधु एक साथ एक ही जगह पर हैं और स्कूल में सभी त्यागी व्रत्तीओं की आहार की व्यवस्था की हैं। भव्य सभा मंडप, भव्य भोजनशाला, पार्किंग की सुविधा और नांदणी मठ से वृषभांचल तक जाने के लिये आवागमन की व्यवस्था की गई हैं। पंचकल्याण महोत्सव के कार्याध्यक्ष सागर शंभूशेटेजी, प्राध्यापक अप्पासाहेब भगाटे सर, नांदणी के युवा मंडळ और महिला मंडळ, द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है।

वीर सेवादल के स्वयंसेवकों/पदाधिकारियों का जबर्दस्त योगदान

प्रतिदिन वीर सेवा दल के 300 स्वयंसेवक और पदाधिकारी भोजन व्यवस्था संभाल रहे हैं अरविंदजी मजलेकर, अजित भंडे, सुभाष मगदूम, मुख्य संयोजक श्रीधर शेट्टी सहकार्यवाह मा. अभयकुमार भगाजे सर, सह-संयोजक अनिल पाटील, अरविंद भिलवडे, अभय पाटील, राकेश चौघुले और विभिन्न गावों से पधारे हुए वीर सेवा दल शाखा के सदस्य सेवाएं दे रहे हैं।

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